भोपाल। आज 21 जून को विश्व योग दिवस है. योग बड़ों के साथ ही बच्चों के लिए भी फायदेमंद है. देशभर में करीब सवा साल पहले कोरोना की पहली लहर ने हमला किया था. लाखों लोग कोरोना के शिकार हुए थे, जिनमें सबसे ज्यादा तादाद उस समय बुजुर्गों की थी. इसके बाद तकरीबन ढाई महीने पहले कोरोना की दूसरी लहर आई और इस बार 25 से 45 साल के यंग लोग कोरोना के निशाने पर हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स चेतावनी दे रहे हैं कि देश जल्द ही इस वायरस की तीसरी वेव से जूझने वाला है और इस बार हमला नन्हे-मासूम बच्चों पर हो सकता है.
साइंटिस्ट की मानें तो भारत में सितंबर तक कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो सकती है, जो बच्चों को टारगेट बना सकती है. रिसर्च के मुताबिक, वायरस का ये वैरिएंट 1 हजार गुना ज्यादा खतरनाक और तेजी से फैलने वाला होगा. मौजूदा वक्त में भी बच्चों में कोरोना का इंफेक्शन तेजी से बढ़ते देखा है.
सिर्फ एक महीने में देश में 80 हजार बच्चों पर कोरोना का हमला हुआ. फिलहाल बच्चों में केस ज्यादा गंभीर नहीं हैं और उनमें ज्यादातर लक्षण बुखार और डायरिया के हैं, लेकिन रिसर्च की माने तो 5 से 14 साल के बच्चे कोरोना के सुपर स्प्रेडर जरूर हैं और कोविड के बढ़ते केस की वजह भी हैं. तीसरी वेव बच्चों के लिए खतरनाक ना हो, इसलिए वैक्सीनेशन बहुत जरूरी है, लेकिन जब तक बच्चों की वैक्सीन नहीं आती, तब तक योग से आप अपने बच्चों को मजबूत बना सकते हैं साथ ही आयुर्वेद से आप बच्चों की इम्युनिटी को काफी बढ़ा सकते हैं, जो कोरोना से लड़ने में मददगार साबित होगा.
बच्चों से कराएं सूर्य नमस्कार
इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है. फेफड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है. डिप्रेशन दूर होता है. एनर्जी लेवल बढ़ाने में सहायक है. वजन घटाने में मददगार है. शरीर को डिटॉक्स करता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. पाचन तंत्र बेहतर होता है.
बंद करा दें फास्ट फूड और जंक फूड का सेवन
इम्युनिटी के लिए नैचुरल फूड्स सबसे अच्छा है. बच्चों को कपालभाति और अनुलोम विलोम जरूर कराएं. अगर बच्चे डिप्रेशन से जूझ रहे हैं तो करें ये उपाय: अनुलोम विलोम, भ्रामरी और उद्गीथ करें. रात में बादाम या अखरोट भिगोकर सुबह दूध में डालकर पिएं. नाक में बादाम रोगन की बूंदें डालने के साथ-साथ एक चम्मच पिलाने को भी दें. जिन बच्चों को टाइफाइड हो जाता है तो उन्हें गिलोय, खूबकला, अंजीर और मुनक्का दें.
योग और आयुर्वेद से बढ़ाएं बच्चों की इम्युनिटी
सुबह बच्चों को आंवला, एलोवेरा, गिलोय - इसका जूस रोजाना पिला दें तो उन्हें कभी उल्टी, दस्त और डायरिया नहीं होगा. कोरोना निगेटिव आने के बावजूद बच्चों में थकान, नींद नहीं आना और नर्वस सिस्टम की कुछ दिक्कतें देखने को मिल रही हैं, इसके लिए उपाय है: दूध के अंदर खजूर उबालकर पीस कर बच्चों को पिला दें. (पंखे के नीचे ठंडे हुए दूध या थोड़े गुनगुने दूध के अंदर ही खजूर डालें) गर्मियों का च्वयनप्राश अमृतरसायन- आंवले की पिष्टी को गाय के घी के अंदर भूनकर पेस्ट बना लें, फिर इसमें ब्राह्मी, शंखपुष्पी, दालचीनी मिला लें. बेटियों के लिए शतावर और बेटों के लिए अश्वगंधा - इनका 2-2 ग्राम पाउडर बच्चे और बच्चियों को खिलाएं. दूध, दही, छाछ आदि का सेवन करें. गाय का घी सबसे अच्छा इम्युनिटी बूस्टर है. इसलिए 2 चम्मच गाय का घी रोटी में लगाकर खाएं. गाय का मक्खन भी खाएं. नैचुरल ऑयल का सेवन करें- सरसों का तेल, तिल का तेल, नारियल का तेल या मूंगफली का तेल. मिश्रित अन्न, मिश्रित सब्जियां और मिश्रित दालें खाएं. हफ्ते में 1-2 बार अंकुरित अनाज जरूर लें. कभी जौ का दलिया तो कभी ओट्स खाएं.
अगर बच्चों को अस्थमा है तो कोरोना से उनका बचाव ऐसे करें
प्राणायाम जरूर कराएं. उष्ट्रासन और भुजंगासन कराएं. सुबह-सुबह एक गोली गिलोय की खिलाएं. इन उपायों को करने से फेफड़ा कमजोर नहीं होगा और अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, एलर्जी जैसी समस्याएं ठीक हो जाएंगी.