भोपाल। पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली पर जमकर निशाना साधा. यशवंत सिन्हा ने कहा कि चुनाव में जो भाषा है, वो कभी इतनी नीचे नहीं गिरी, जैसा कि इस चुनाव में गिर गई है. सिन्हा ने इसका जिम्मेदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ठहराया है.
यशवंत सिन्हा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के ऊपर जिम्मेदारी होती है कि वे भाषा का एक स्टैंडर्ड सेट करें, लेकिन वर्तमान में ऐसा नहीं हो रहा. उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि पीएम मोदी संतुलित और मर्यादित भाषा का इस्तेमाल करें, ताकि इससे दूसरे राजनेता भी कुछ सीखें. पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि आलम यह कि देश में राजनीति का स्तर गिरता जा रहा है.
पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
यशवंत सिन्हा ने कहा कि पूरे देश में असहिष्णुता का माहौल फैल रहा है. देश में राजनीतिक दलों की जो बयानबाजियां सामने आ रही हैं, वो बहुत ही अशोभनीय है. सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है, लेकिन भाषा के स्तर का भी ध्यान देना जरूरी है. सिन्हा ने कहा कि देश की जनता को इस बार के चुनाव में पिछले पांच सालों के कार्यकाल का फैसला सुनाना है. साथ ही यशवंत सिन्हा ने कहा कि 23 मई को जब सरकार की विदाई होगी, तो इस सरकार की गिनती देश को सबसे खस्ता हालत में छोड़कर जाने वालों में होगी. वहीं यशवंत सिन्हा ने कहा कि बिना सोचे-समझे जीएसटी लागू कर दिया गया. पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि चुनाव में पाकिस्तान का मुद्दा बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है. वहीं जब चीन का कोई जिक्र आता है, तो पीएम मोदी की छाती 56 इंच से 6 इंच की हो जाती है.
गौरतलब है कि यशवंत सिन्हा बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री रहे हैं. उन्होंने 2018 में बीजेपी छोड़ दी थी.