मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

"वो भी क्या दिन थे"... 'विश्व पिकनिक डे' पर लोगों को याद आई पिकनिक की मौज-मस्ती

विश्व पिकनिक दिवस पर लोग अपने उन दिनों को याद कर रहे हैं जब वो पिकनिक जाया करते थे. सबका कहना है कि अब तो सैनेटाइजर और मास्क भी पिकनिक का हिस्सा बन गए हैं. यह सब चीजें अब पिकनिक में समा गई है. फिलहाल तो सभी लोग पिकनिक मनाने वाले सारे पिकनिक स्पॉट्स के पूर्ण रूप से खुलने का इंतजार कर रहे हैं.

By

Published : Jun 18, 2021, 2:03 PM IST

Enjoying Picnic
पिकनिक पर मस्ती

भोपाल। कोरोना ने सभी का जीवन जीने का तरीका बदल दिया है। ऐसे में विश्व पिकनिक दिवस पर लोग अपने उन दिनों को याद कर रहे हैं जब वो पिकनिक जाया करते थे. सबका कहना है कि अब तो सैनेटाइजर और मास्क भी पिकनिक का हिस्सा बन गए हैं. यह सब चीजें अब पिकनिक में समा गई है. फिलहाल तो सभी लोग पिकनिक मनाने वाले सारे पिकनिक स्पॉट्स के पूर्ण रूप से खुलने का इंतजार कर रहे हैं.

विश्व पिकनिक दिवस पर विशेष

सुकून भरा लम्हा होती थी पिकनिक

रोजमर्रा की भागदौड़ और व्यस्त दिनचर्या के बीच परिवार वालों और दोस्तों के साथ सुकून भरे लम्हों को साथ बिताने का मौका देती है पिकनिक. खुशियों के पलों का लुत्फ उठाने के लिए पिकनिक एक अच्छा विकल्प है. दरअसल, पिकनिक एक ऐसा टॉनिक है जो तन-मन में एक नई ताजगी और ऊर्जा भरने में मदद करता है, इसलिए हर साल 18 जून को दुनिया के कई देशों में इंटरनेशनल पिकनिक डे (International Picnic Day) यानी अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक दिवस मनाया जाता है.

वो सहेलियों का जमघट

याद आया कोरोना-लॉकडाउन से पहले का जमाना

ऐसे में विश्व पिकनिक दिवस पर लोग इस दिन को भी याद करते हैं, क्योंकि कोरोना के समय सारे पिकनिक स्पॉट बंद हैं और लोग भी खुद बाहर खुले में जाकर गैदरिंग करना अवॉइड कर रहे हैं. भोपाल की रहने वाली ममता शर्मा वैसे तो पिकनिक के प्रति बहुत क्रेजी हैं. ममता को पिकनिक पर जाने का शौक है और हर महीने शनिवार रविवार उनके दिन सिर्फ पिकनिक के लिए गुजरते थे. ममता बताती हैं कि, 'लॉकडाउन जब नहीं लगा था, उसके पहले वो सभी अपनी फ्रेंड्स के साथ पचमढ़ी पिकनिक मनाने गए थे. यह बात 2 महीने पहले की है वहां जाना और कुछ समय रुक कर आना. अपने आप में नई ऊर्जा से भर देता है. ममता बताती हैं कि पिकनिक में सारी टूल किट के साथ ही अब मास्क और सैनेटाइजर भी यह सभी साथ लेकर जाते हैं. उन्होंने बताया कि इनका पूरा एक ग्रुप 2 महीने पहले लॉकडाउन जब नहीं हुआ था तब पचमढ़ी पिकनिक पर गया था. लेकिन उस समय भी इन्होंने अपने सभी फ्रेंड्स को इस पिकनिक के लिए कोरोना टेस्ट कराने का एलान किया था. सभी ने अपना टेस्ट कराया था और सभी की रिपोर्ट नेगेटिव थी. यानी सुरक्षा भी और मस्ती भी.

पिकनिक मनाना हुआ सपना

वो भी क्या दिन थे...

ममता बताती है कि पहले जहां पिकनिक सार्वजनिक स्थानों पर करना पसंद करते थे ।लेकिन पिछले 2 सालों में इसमें कमी आई है और अब ऐसी जगह का चुनाव किया जाता है जहां लोगों की भीड़ ज्यादा ना हो । लेकिन यह आज भी पहले समय में की गई पिकनिक को मिस करती है ।यह कहती है वो भी क्या दिन थे..


वो फुर्सत के चंद लम्हे

ऐसी ही एक और वर्किंग वूमेन है डिंपल पाराशर. डिंपल खुद भी बिजनेस वूमेन है ऐसे में इनको भी पिकनिक का शौक बचपन से ही रहा है. डिंपल की दो बेटियां हैं और यह अपने पति के साथ हर बार कहीं ना कहीं वीकेंड पर जाती हैं. डिंपल बताती हैं कि स्कूल के समय से ही उन्होंने अपना एक ग्रुप भी बनाया था. जो आज तक बना हुआ है. फैमिली या फिर वही ग्रुप इनकी पिकनिक का पार्ट है. डिंपल कहती हैं कि पहले के समय पिकनिक जाने का मजा ही अलग था. लेकिन अब तो करोना की वजह से सब कुछ छूट गया. एक समय ऐसा आया कि दोस्तों ने पिकनिक का मजा ऑनलाइन ही लिया. सबने अपने घरों में अलग-अलग डिशेस बनाएं, मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन बैठ कर उन डिशेस का साथ में एक समय पर आनंद लिया. डिंपल बताती हैं कि इनके कॉलेज के समय का जो ग्रुप था, और जो आज भी बना हुआ है. वे सभी मिलकर लास्ट टाइम पिकनिक के लिए आसपास के रिसोर्ट के साथ ही ऐसी लोकेशन ढूंढते हैं जहां नेचर हो, यानी प्राकृतिक अनुभव का मजा, पानी खुली हवा ,के साथ जंगल का नजारा जो कि भोपाल के आसपास मिल ही जाता है. डिंपल बताती है कि कोरोना के बीच में भी पिछले साल जब अनलॉक हुआ था तो यह सभी लोग पिकनिक गए थे. ऐसे में फ्रेंड्स घर से ही सब कुछ बनाकर लेकर आई थी. क्योंकि बाहर का खाना सभी ने अवॉइड किया था. अब सभी को पूर्ण रूप से पिकनिक स्पॉट खुलने का इंतजार है.


कोरोना ने किया पिकनिक से दूर


कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन

पिकनिक के दिनों को तो एयरपोर्ट अथॉरिटी में काम करने वाली निधि भी याद करती हैं. निधि एविएशन क्षेत्र से जुड़ी हैं और इनकी सुबह व शाम एयरपोर्ट पर ही गुजरती हैं. ऐसे में लोगों को आते और जाते देखने के कारण निधि भी अपनी पिकनिक को बहुत मिस कर रही है. ये बताती है कि ये अधिकतर फैमिली के साथ ही पिकनिक पर जाती हैं और खुला वातावरण इन्हें पसंद है. खासकर बाहर पानी और झरनों के बीच में रहना. ये कहती हैं कि अब धीरे-धीरे अनलॉक की प्रक्रिया सभी जगह शुरू हो गई है और थोड़े समय बाद यह पुनः पिकनिक मनाने कहीं ना कहीं जरूर जाएंगी.

पिकनिक की मस्ती


कब और क्यों मनाया जाता है पिकनिक दिवस
18 जून को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दोस्तों और परिवारों को एक साथ अच्छा समय बिताने का और खुशियाँ मनाने का दिन होता है. इनडोर या आउटडोर पिकनिक की योजना बनाएँ और अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ इसके मजे लें. इस पिकनिक दिवस पर बच्चों को लाड़-दुलार करें, उनके लिए लंच में कुछ खास बनाएँ और उनके साथ खेलें. याद रखें कि बच्चों को अपने दैनिक कार्यों से हटकर कुछ करना अच्छा लगता है और पिकनिक इसका एक अच्छा विकल्प है.

प्रकृति के करीब


जरूरी बातें
एक अच्छे पिकनिक के लिए इन जरूरी बातों को याद रखें-
1. पिकनिक के लिए एक अच्छे स्थान का चयन.
2 पिकनिक के सामान के साथ सैनिटाइजर, मास्क ले जाना ना भूलें.
3 अत्यधिक गर्मी से थकान हो सकती है और आपके पिकनिक के आनंद मे खलल पड़ सकती है.
4 खाने-पीने की चीजें पर्याप्त मात्रा में रखें और तरल या तले-भुने खाद्य पदार्थों की तुलना में सूखे खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता दें. घर का ही बना खाना लेकर जाए तो अच्छा.
5. एक प्लास्टिक बैग सामान फेकने के काम के लिए.
6. अपने साथ डिस्पोजेबल कप और ग्लास ले जाएँ तथा सभी कूड़े को प्लास्टिक के एक बैग में इकट्ठा कर कूड़ेदान में फेंकना याद रखें.
7. पीने का पानी लेकर जाएँ और यहाँ-वहाँ का अस्वच्छ पानी न पीएं.

पिकनिक के दिन याद आए

टॉनिक है पिकनिक
पिकनिक एक ऐसा टॉनिक है जो आपके तन और मन को नई ताजगी और स्फूर्ति से भर देता है. तो क्यों न इस अंतर्राष्ट्रीय पिकनिक दिवस पर एक पिकनिक की योजना बनाएं और अपने सगे-संबंधियों, दोस्तों और खास अपनों के साथ इसका भरपूर आनंद लें. खूब सारी मस्ती और मजा लें. पिकनिक का क्षेत्र, जहाँ लोगों का समूह आराम कर सकता है और हरे-भरे परिवेश में आनंद उठा सकता है. लेकिन यह सभी तभी होगा जो सोशल डिस्टेंसिंग का भी थोड़ा पालन लोग करें. सुरक्षा ही अंतिम बचाव है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details