भोपाल।आज यानि 23 जून को दुनियाभर में विश्व ओलंपिक दिवस (International Olympic Day) मनाया जा रहा है. ओलंपिक ही दुनिया में एक ऐसा मंच है, जहां विश्व भर के खिलाड़ी एक मंच पर इकट्ठा होते हैं और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं. खेलों का महाकुंभ ओलंपिक हर चार साल में होता है. आखिरी बार ओलंपिक 2016 में ब्राजील के रियो में हुए थे. अगला ओलंपिक 2020 में जापान के टोक्यो में होना था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते ओलंपिक को स्थगित कर दिया गया. अब साल भर की देरी के बाद 23 जुलाई को ओलंपिक खेलों की शुरुआत होगी. आठ अगस्त को इन खेलों का समापन होगा.
33 खेलों में 339 मेडल के लिए होगा मुकाबला
इस बार आयोजित होने वाले ओलंपिक 33 खेलों में खेला जाएगा. यह मुकाबला 339 मेडल के लिए होगा. पहला पदक समारोह 24 जुलाई को होगा. 2020 में कोरोना के कारण स्थगित हुए ओलंपिक खेलों पर 2021 में भी इसके आयोजन पर आशंकाओं के बादल छा गए थे. हालंकि जापान (Japan) सरकार और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (International Olympic committee) ने तमाम मुद्दों पर विचार करने के बाद इसके आयोजन को हरी झंडी दे दी. अन्य ओलंपिक के मुकाबले इस बार कई चीजें खास रहने वाली हैं. इस बार पांच नए खेल ओलंपिक में जोड़े गए हैं- इसमें सर्फिंग, स्केटबोर्डिंग, स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग, कराटे और बेसबॉल हैं. यही नहीं बेसबॉल (पुरुष) और सॉफ्टबॉल (महिला) की ओलंपिक में वापसी हो रही है.
टोक्यो ओलंपिक में यह रहेगा खास
- टेबल टेनिस: 2020 टोक्यो (Tokyo) ओलंपिक में मिक्स्ड डबल्स को जोड़ा गया है.
- जूडो: जूडो खेल 1964 में ओलंपिक में आ गया था, लेकिन इस बार मिक्स्ड टीम इवेंट रहेगा.
- स्वीमिंग: इस साल 800 मीटर की रेस को पुरुषों के इवेंट में शामिल किया गया है. जबकि 1,500 फ्रीस्टाइल इवेंट महिला प्रतियोगिता में शामिल हुआ है.
- वॉटर पोलो: इस बार महिलाओं की दो नई टीमों के साथ 10 टीमें मैदान में होंगी.
- कयाक: टोक्यो ओलंपिक में कयाक में भी महिलाओं के 3 इवेंट बढ़ा दिए गए हैं. महिलाओं के इवेंट में कयाक सिंगल 200 मीटर, कयाक डबल्स 500 मीटर इवेंट को जोड़ा गया है.
- रोइंग: 1966 के बाद रोइंग खेल में पहली बार बदलाव हुआ है. इस बार पुरुषों के हल्के चार इवेंट को हटाकर महिलाओं के चार इवेंट जोड़ दिए गए हैं.
- आर्चरी: इस खेल में मिक्स्ड टीम इवेंट शामिल किया गया है.
- बॉक्सिंग: लैंगिक समानता को ध्यान में रखते हुए इस बार बॉक्सिंग में महिला खिलाड़ियों की संख्या को तीन से बढ़ाकर पांच और पुरुष खिलाड़ियों की संख्या 10 से आठ कर दी गई है.
ओलंपिक में मशाल जलाने का कारण
ओलंपिक खेलों में मशाल जलाने की प्रथा 1928 के एम्सटर्डम ओलंपिक खेलों से शुरू हुई थी, लेकिन ओलंपिक मशाल रिले की शुरुआत 1936 के बर्लिन गेम्स से हुई. टेलीविजन पर ओलंपिक की मशाल यात्रा का पहली बार प्रसारण 1960 में रोम ओलंपिक में हुआ. बताया जाता है कि यह मशाल ओलंपिक खेल शुरू होने से कई महीनों पहले प्रज्जवलित होकर दुनिया भर में यात्रा करती है. इसके बाद मेजबान देश पहुंचती है. मशाल ग्रीस के प्राचीन ओलंपिया के पवित्र स्थल हेरा के मंदिर में जलाई जाती है.
77 खिलड़ियों ने ओलंपिक के लिए किया क्वालीफाई
जापान (Japan) के टोक्यो में होने वाले 2021 ओलंपिक खेलों में भारत के अब तक 77 खिलड़ियों ने क्वालीफाई कर लिया है, जिनमें विभिन्न खेलो के विभिन्न वर्ग शामिल हैं. इस बार के ओलंपिक में खिलाड़ियों से अधिक उम्मीदें जताई जा रही हैं. भारत के जैवलिन थ्रोअर, नीरज चोपड़ा और शिवपाल सिंह से भारत को ओलंपिक में पदक की उम्मीद होगी. साल 2016 में रियो में हुए ओलंपिक खेलों में भारत एक भी गोल्ड हासिल नहीं कर सका था.