भोपाल।कोरोना संक्रमण के दौर से गुजरेपिछले 2 वर्षों में लोगों ने खाद्य सुरक्षा की अहमियत खूब जानी है. कोरोना के वक्त जब बाजार बंद थे, किसान अपने उत्पाद लोगों तक नहीं पहुंचा पा रहे थे और जिनके पास खाने के लिए भोजन था भी तो वह चाह रहे थे वह ऐसा खाना खाए जो उनकी सेहत के लिए फायदेमंद रहे. लिहाजा ऑर्गेनिक उत्पादों की ओर लोगों का रुझान बढ़ता गया.
- 7 जून World Food Safety Day
कोरोना काल में पैदा अनेकों जोखिमों के बीच कल यानि 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस (World Food Safety Day) मनाया जाएगा. इस दिन को मनाने का उद्देश्य विभिन्न खाद्य जनित जोखिमों और इसके रोकथाम के उपायों के बारे में जागरुकता बढ़ाना है. कोरोना संक्रमण के दौर से गुजरने के बाद लगता है कि अब केवल साल में एक दिन ही नहीं हर दिन खाद्य सुरक्षा दिवस लोग मना रहे हैं. कोरोना के बाद लोग अपने घरों में सब्जियां उगाने लगे हैं. लोग बाहर से लाए गए सामान को लेकर एहतियात बरतते है.
- एमपी में लोग कितने सजग
कोरोना संक्रमण के दौर से गुजरने के बाद विश्वभर के साथ मध्य प्रदेश के भोपाल के लोग भी फूड सेफ्टी (Food Safety) को लेकर जागरुक हुए हैं. भोपाल में कई लोगों ने अपने घरों, आंगनों में सब्जियां लगाना शुरु कर दिया है. भोपाल में अधिकांश ऐसे लोग हैं जो अब फूड सेफ्टी को लेकर सजग है और इनमें एक अपराजिता अग्रवाल भी शामिल हैं. पराजिता भोपाल में अनके पति और दो बेटियां के साथ रहती हैं. परिवार की सेहतमंद रखने की जिम्मेदारी उन्हीं के कंधे पर है. अपराजिता एक ग्रहणी होने के साथ ही सोशल वर्कर भी हैं. अपराजिता बताती हैं कि जब उन्हें पता चला कि सब्जियों से भी वायरस फैल सकता है तो उन्होंने अपने घर की छत पर ही गमलों में सब्जियां उगानी शुरु कर दी और इन सब्जियों को ही खा कर वह अपने परिवार को सुरक्षित रखा पाई हैं.
World Food Safety Day 2021: कितना सुरक्षित आपका खान-पान, कैसे करें जांच ?
- बिजनेस वूमेन रितु भी फूड सेफ्टी को लेकर सजग