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युवा और कामकाजी लोगों में सबसे ज्यादा बढ़ रहा कोरोना का खतरा, लापरवाही बनी वजह - भोपाल न्यूज

युवा और कामकाजी लोग सबसे ज्यादा कोरोना का चपेट में आ रहे हैं. राजधानी भोपाल में भी लगभग 60 से 70 प्रतिशत संक्रमित 22 से 50 वर्ष के उम्र के लोग ही हैं. हमीदिया अस्पताल के श्वास रोग विशेषज्ञ डॉक्टर लोकेंद्र दवे ने इसकी वजह लापरवाही बताई है.

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Published : Aug 10, 2020, 1:03 PM IST

Updated : Aug 10, 2020, 1:51 PM IST

भोपाल।भारत समेत दुनिया के कई देश कोरोना वायरस की जद में हैं. एमपी में भी कोरोना कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित प्रदेश के कई बड़े मंत्री और नेता इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं. हालांकि कुछ लोग अपनी लापरवाही से इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं, जिसमें युवाओं की संख्या बहुत ज्यादा है. राजधानी भोपाल में भी लगभग 60 से 70 प्रतिशत संक्रमित 22 से 50 वर्ष के उम्र के लोग ही हैं. इस में युवा और कामकाजी लोग शामिल हैं.

लापरवाही ले सकती है जान

खास वर्ग में कोरोना फैलने का कारण

इस बारे में हमीदिया अस्पताल के श्वास रोग विशेषज्ञ डॉक्टर लोकेंद्र दवे का कहना है कि 22 से लेकर 40 वर्ष तक के लोग युवा होते हैं. यह लोग सामाजिक और आर्थिक रूप से ज्यादा सक्रिय होते हैं. अपने काम, नौकरी के चलते यह कई लोगों के संपर्क में आते हैं. इसलिए इन्हें संक्रमण होने की संभावना ज्यादा रहती है. इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने के कारण इनमें कोरोना वायरस के प्रति एक लापरवाही देखने को मिल रही है. इस उम्र के लोग हाथ धोने,सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क लगाने में लापरवाही करते हैं.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

डॉक्टर लोकेंद्र दवे का कहना है कि चूंकि इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है इसलिए इस आयु वर्ग का मृत्यु दर कम है, लेकिन इनके कारण संक्रमण इनके घर में बड़े बुजुर्गों को होने का खतरा होता है और यदि घर के बुजुर्ग को डायबिटीज, हाइपरटेंशन या कोई अन्य बीमारियां पहले से हैं तो उनकी मृत्यु होने की संभावना ज्यादा रहती है. यह एक तरह का चक्र है. युवाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता भले ही अच्छी हो पर उनमें भी 20 से 30 प्रतिशत युवाओं में इम्यून फंक्शन डिफेक्ट या हायपर इम्यून रिस्पांस की वजह से मृत्यु हो रही है. इसलिए इस उम्र के लोग यह गलतफहमी बिल्कुल न पाले कि जवान लोगों को कुछ नहीं होता है. इससे बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा सावधानियां रखें और कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत जांच कराएं.

मध्य प्रदेश में कोरोना विस्फोट

  • एमपी में कुल संक्रमितों की संख्या 39 हजार 446 तक पहुंच गई है
  • राज्य की औद्योगिक राजधानी इंदौर में 9 अगस्त को कोरोना का विस्फोट हुआ
  • यहां एक दिन में रिकॉर्ड 208 नए केस सामने आए
  • भोपाल में 117 और ग्वालियर में 96 नए केस सामने आए

अगस्त के 3 दिन भारी

  • रविवार 9 अगस्त को एक दिन में 868 नए केस आए
  • शनिवार 8 अगस्त को इनकी संख्या 859 थी
  • शुक्रवार 7 अगस्त को एमपी में कोरोना के 734 मामले सामने आए थे

राजधानी भोपाल में कई ऐसे मामले सामने आए हैं. जहां नौकरी पेशा व्यक्ति के कारण कोरोना वायरस घर तक पहुंचा हो. जिससे घर के बच्चे और बुजुर्ग भी प्रभावित हुए हैं. भोपाल में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग में भी जब संक्रमण फैलना शुरू हुआ था तब उनके परिवारजन भी इस संक्रमण की चपेट में आ गए थे. इसके अलावा निजी संस्थाओं में काम करने वाले नौकरी पेशा भी इस संक्रमण के सबसे ज्यादा शिकार हुए हैं.

Last Updated : Aug 10, 2020, 1:51 PM IST

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