भोपाल। भोपाल की सुनिधि चौहान ने भी कभी नहीं सोचा था कि वह राइफल शूटिंग में ओलंपिक कोर ग्रुप में थर्ड पॉजिशन प्राप्त कर सकती है. प्रदेश सरकार के खिलाड़ियों को उपलब्ध कराई जा रही अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाओं और उच्चस्तरीय प्रशिक्षण के चलते एक श्रमिक की बेटी आज इस मुकाम पर पहुंची है.
शहर के आचार्य नरेंद्र देव नगर गोविंदपुरा क्षेत्र के रहने वाले श्रमिक राम समुझ चौहान की बेटी सुनिधि चौहान को बचपन से ही राइफल शूटिंग का शौक रहा है. वह जब कॉलेज में पहुंची तब एनसीसी में रहकर उसकी राइफल चलाने की हसरत थी जो पूरी हुई. इस दौरान वहां पर रहकर सुनिधि को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका भी मिला, वहीं सुनिधि ने अपनी कड़ी मेहनत और एकाग्रता के बल पर इस प्रतियोगिता में ऐसा प्रदर्शन किया कि सभी ने उसकी प्रतिभा का लोहा माना. इस प्रतियोगिता के बाद से ही सुनिधि का उज्जवल भविष्य आगे कदम बढ़ा रहा है.
सुनिधि की शानदार प्रतिभा से प्रभावित होकर एनसीसी कमांडर ऑफिसर ने उसे शूटिंग खेल में करियर बनाने के लिए मध्यप्रदेश शूटिंग अकादमी में प्रवेश के लिए प्रोत्साहित किया. सुनिधि ने वर्ष 2017 में खेल अकादमी में ट्रायल दिया और अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी में प्रवेश मिल गया. सुनिधि की लगन और परिश्रम से उन्हें वर्ष 2018 में त्रिवेंद्रम में 62वीं एनएससीसी शूटिंग प्रतियोगिता में प्रदर्शन का मौका मिला और बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पहला कांस्य पदक अर्जित किया.