मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

प्रदेश के चुनावी रण में इस बार महिलाओं ने अपने अधिकार का किया भरपूर उपयोग, जानें किस पार्टी को मिलेगा फायदा, पढ़ें खास रिपोर्ट - एमपी विधानसभा चुनाव

एमपी में इस बार महिला वोटर्स ने जमकर वोटिंग की. अब कहीं, खुशी तो कहीं गम का माहौल है. तो वहीं, बीजेपी को लग है कि इस बार महिलाओं ने अपने अधिकार का उपयोग किया है. वहीं, कांग्रेस और बीजेपी महिला वोटों को अपने-अपने पक्ष में करने की बात कर रहे हैं.

Women factor in mp election
महिलाओं ने अपने अधिकार का किया भरपूर उपयोग

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 19, 2023, 5:48 PM IST

महिलाओं ने अपने अधिकार का किया भरपूर उपयोग

भोपाल।एमपी में महिलाओं ने इस बार पोलिंग बूथ तक पहुंच कर सियासी पार्टियों में कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल पैदा कर दिया है. बीजेपी को लग रहा है कि इस बार महिलाओं ने अपने अधिकार का भरपूर उपयोग किया है, कारण है बीजेपी सरकार की योजना और बहनों को हर महीने 1250 और 450 रुपए में सिलेंडर देने का वादा किया और वो पूरा किया. बीजेपी का दावा है कि ये बढ़ा हुआ वोट प्रतिशत बीजेपी की सरकार बनाएगा.

कांग्रेस बोली बीजेपी गलतफहमी में है: वहीं, कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी गलतफहमी में है. पिछली बार 2018 में महिलाओ ने ज्यादा वोट दिया था. इस बार महिलाओं का वोट प्रतिशत 1.8 कम रहा, जो बता रहा है कि बीजेपी की लाडली बहना योजना फ्लॉप रही. वहीं युवाओं ने पिछली बार से ज्यादा वोटिंग की है. 22 लाख युवाओं ने वोट किया है, जिसमे 12 लाख युवा वो हैं, जिन्होंने पटवारी परीक्षा दी थी और इसमें ही घोटाला हुआ था.

1985 में महिला वोटर्स को संख्या बढ़ी क्योंकि 41.4% महिला मतदाताओं ने मतदान किया. तब से इसमें लगातार बढ़ोतरी हुई है. राज्य के विभाजन और छत्तीसगढ़ के गठन से दो साल पहले, 1998 में महिला मतदाताओं के मतदान का आंकड़ा 50% के आंकड़े को पार कर गया था. तब 53.53% मतदान हुआ था. 2003 में ये 62.14%, 2008 में 65.91%, 2013 में 70.09% और 2018 में रिकॉर्ड 74.01% था.

पिछले पांच साल में वोटिंग

  • 2023 में वोटिंग परसेंटेज 76.22
  • 2018 में वोटिंग परसेंटेज 75.63
  • 2013 में वोटिंग परसेंटेज 72.13
  • 2008 में वोटिंग परसेंटेज 69.78
  • 2003 में वोटिंग परसेंटेज 67.25


मध्य प्रदेश में 2023 के चुनाव में बीते 66 सालों का रिकॉर्ड टूटा अब तक इतना रिकॉर्ड मतदान नहीं हुआ. 2018 में वोटिंग परसेंटेज 3.50 फीसदी बढ़ा तो कांग्रेस को 56 सीटें बढ़ी थी. भाजपा को 56 का नुकसान हुआ था. वहीं, 2013 में वोटिंग परसेंट बढ़ा तकरीबन 2.35 फीसदी ,तब भाजपा को 22 सीटों का फायदा हुआ था. 2008 में वोटिंग परसेंट 2.53 परसेंट बढ़ा लेकिन भाजपा की 30 सीटें घटी.

महिलाओं का प्रतिशत- 2018 में 1 करोड़ 78 लाख महिला वोटर:2023 में 1 करोड़ 93 लाख महिला वोटर , 31 लाख वोट बढ़े लेकिन 15 लाख महिलाओं ने अपने वोट का उपयोग नही किया. यानि लाडली बहनाओं में इस बार 1.5 प्रतिशत कम वोट डाला है. वहीं, इस बार 22 लाख वोटर्स में से 18 लाख वोटर्स ने वोट डाला, लेकिन इनमें से 12 लाख वो वोटर हैं, जिन्होंने पटवारी परीक्षा दी.

हाई प्रोफाइल सीट पर वोटिंग का गणित:
दिमनी- नरेंद्र सिंह तोमर
2018 में यहां पर मतदान 70.34 हुआ था इस बार 2023 में 66.18 हुआ। इस बार मतदान 15 सालों में घटा है इस बार यहां फीसदी कम वोट पड़े हैं।4 फीसदी काम वोट पड़े


इंदौर 1- कैलाश विजयवर्गीय
2018 में इस विधानसभा सीट पर 69.26 वोट हुआ था लेकिन इस बार तकरीबन ढाई फीसदी से ज्यादा वोट बढ़ा है इस बार वोटिंग 72.10 हुई है

नरसिंहपुर- पहलाद सिंह पटेल
बीते चुनाव में यहां पर 81.71 वोटिंग हुई थी 2023 में 82.15 वोटिंग हुई है,यानी .44 फीसदी की बढ़त.

निवास- फग्गन सिंह कुलस्ते
2018 में 79.01 वोटिंग हुई इस बार 82.11 वोटिंग तीन फीसदी बढ़ी वोटिंग.

यहां पढ़ें....

प्रदेश के दो बड़े दिग्गजों की सीटों के गणित
बुधनी
2018 में शिवराज सिंह चौहान को यहां से मिले थे 81.59 वोट जो पढ़कर इस बार हो गए हैं 83.69 वोट

छिंदवाड़ा
कमलनाथ को मिले 81.50 वोट 2018 में लेकिन इस बार वोटिंग परसेंट गिरा है इस बार परसेंट है 80.08Conclusion:

ABOUT THE AUTHOR

...view details