भोपाल।भारत और इंग्लैंड के बीच 29 जनवरी को होने वाले T20 अंडर-19 वर्ल्ड कप में भोपाल की बेटी सौम्या तिवारी भी अपने खेल का हुनर दिखाएंगी. इसको लेकर उनके परिवार में खुशी का माहौल है. सौम्या के पिता मनीष तिवारी सरकारी कर्मचारी हैं. वह बताते हैं कि बचपन से ही सौम्या को क्रिकेट खेलने का शौक रहा है. सौम्या जब छोटी थी तो कपड़े कूटने वाली मोगरी से क्रिकेट खेला करती थी. सौम्या परिवार में छोटी हैं, उनसे बड़ी एक बहन साक्षी भी है. मनीष तिवारी बताते हैं कि शुरुआत में तो उन्हें बेटी का लड़कों की तरह क्रिकेट खेलना पसंद नहीं था, लेकिन धीरे-धीरे जब वह आगे बढ़ने लगी तो उन्होंने इसको प्रोफेशनल अकादमी में डाल दिया. भोपाल में ही सौम्या क्रिकेट सीखती हैं.
इंग्लैंड से भारत का मुकाबला:भारत और इंग्लैंड की अंडर-19 महिला टीमों के बीच फाइनल मुकाबला आज खेला जाना है. टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला भारतीय समय अनुसार शाम 5:15 से खेला जाएगा. 14 जनवरी से टूर्नामेंट शुरू हुआ था, जिसमें 16 टीमों ने हिस्सा लिया था. कुल 40 मैचों के बाद फाइनल की दोनों टीमों का फैसला हुआ है, जिसमें भारत का मुकाबला इंग्लैंड से होना है. रविवार को होने वाले मुकाबले को लेकर सौम्या की मां भारती तिवारी का कहना है कि, वह इस मैच को जरूर देखेंगी और भगवान से प्रार्थना करेंगी कि सौम्या अच्छे रन बनाए और विकेट भी ले, क्योंकि सौम्या ऑलराउंडर के रूप में टीम का हिस्सा बनी हैं. ऐसे में वो चाहती हैं कि उनकी बेटी यह ट्रॉफी को लेकर वापस घर लौटे.
कोरोना काल में सौम्या कई मैचों में फ्लॉप रहीं: सौम्या के पिता बताते हैं कि कोरोना काल में सबसे मुश्किल घड़ी रही, क्योंकि उस समय सब बंद था और सौम्य की प्रैक्टिस भी बंद हो गई थी. जिस वजह से सौम्या कोरोना काल के बाद ग्राउंड पर गई तो कई मैच में वह फ्लॉप रहीं, यहां तक की उसके रन ही नहीं बन पा रहे थे. ऐसे में उन्हें लगा कि कहीं सौम्या इस खेल में आगे बढ़ भी पाएगी की नहीं, लेकिन सौम्य ने हार नहीं मानी और पिछले साल नेशनल टीम में जब उसका सिलेक्शन हुआ और उसने खूब मेहनत करी, तो इसके बाद घरवालों को लगा कि सौम्या निश्चित ही आगे बढ़ेगी. सौम्या 17 साल की है और भारतीय टीम का हिस्सा हैं. फिलहाल पूरे परिवार को आज शाम के मैच का इंतजार है और इनको उम्मीद है कि सौम्या बेहतर प्रदर्शन कर ही कप अपने साथ लेकर लौटेंगी.