भोपाल। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवार जीत दर्ज करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. कांटे की टक्कर वाले इस उपचुनाव में उम्मीद जताई जा रही है कि इसके नतीजे भी बेहद चौंकाने वाले होंगे. खासतौर से शिवपुरी जिले की करैरा विधानसभा सीट पर देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस बार बीजेपी उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी यानी राजमाता विजयाराजे सिंधिया के सबसे ज्यादा वोटों से जीत का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे.
करैरा से राजमाता के नाम दर्ज है ऐतिहासिक जीत
करैरा विधानसभा में अब राजमाता का इतिहास नहीं दोहराया जा सका है. 1967 के विधानसभा चुनाव में राजमाता विजयाराजे सिंधिया भारतीय जनसंघ के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी थी और उन्होंने कांग्रेस के गौतम शर्मा को करारी शिकस्त दी, तब राजमाता ने 36188 वोटों से जीत हासिल की थी.
सिंधिया के वर्चस्व वाली सीट है करैरा
करैरा विधानसभा सीट ज्योतिरादित्य सिंधिया के वर्चस्व वाली सीटों में गिनी जाती है. गुना संसदीय क्षेत्र में आने वाली यह सीट 2008 के बाद से ही अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. करैरा विधानसभा सीट पर पहली बार 1957 में चुनाव हुआ था. शुरुआती 2 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के गौतम शर्मा का इस सीट पर कब्जा रहा. 1967 के बाद 1990 में बीजेपी के उम्मीदवार भागवत सिंह यादव की जीत का अधिकतम अंतर 19876 वोटों का रहा था.