भोपाल| लोकसभा चुनाव के छठवें चरण में प्रदेश की 8 सीटों पर मदतान हुए हैं. इस मतदान में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. प्रदेश इन 8 सीटों पर पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार 7 फीसदी ज्यादा मतदान हुआ है. जिस पर राजनीतिक पार्टियों ने अपना दावा पेश किया है.
जोरदार मतदान से किसे होगा फायदा भोपाल में 2014 में 57.79 फीसदी वोट डाले गए थे और अब 65.65 फीसदी मतदान हुआ है. यहां कुल 8 फीसदी वोट ज्यादा डले हैं. प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में से एक विदिशा में पिछली बार 65.63 फीसदी वोटिंग हुई थी और इस बार 71.65 फीसदी मतदान हुआ. ज्योतिरादित्य सिंधिया की संसदीय सीट गुना में 2014 के चुनाव में वोटिंग परसेंट 60.77 था जो अब 70 फीसदी हो गया है. यानी यहां 10 प्रतिशत ज्यादा वोट पड़े हैं. सागर में 2014 में 58.61 फीसदी था और अब 65.48 रहा.
राजगढ़ में पिछली बार 64 फीसदी मतदान हुआ थी और इस बार 74 फीसदी वोटिंग हुई है. यहां भी 10 प्रतिशत वोटिंग ज्यादा हुई है. राजगढ़ में पहली बार कांग्रेस ने महिला प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा था. मुरैना में पिछले लोकसभा चुनाव में 50.24 फीसदी वोटिंग हुई थी और इस बार 62 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. ग्वालियर में 2014 के आम चुनाव में 52.73 प्रतिशत मतदान हुआ था और 2019 में 60 प्रतिशत वोटिंग दर्ज हुई है. भिंड की जनता ने शायद मतदान में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई है. शायद इसी वजह से सबसे कम मतदान यहां हुआ है. भिंड में पिछली बार 45 फीसदी वोटिंग हुई थी और इस बार 54.43 फीसदी मतदान हुआ है.
इस बार के आम चुनाव में लोगों की राजनीति रुचि जरूर बढ़ी है और राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर देश की जनता ने इस बार वोटिंग की है. इसके साथ ही चुनाव आयोग ने भी जागरूकता अभियान की वजह से हुए मतदान से वोट प्रतिशत बढ़ा है.