भोपाल। कमलनाथ सरकार 20 फरवरी को अपना पहला बजट पेश करने जा रही है. ऐसे में प्रदेश की महिलाओं को भी इस बजट से बहुत उम्मीदें हैं. महिलाओं का कहना है कि सरकार को महिला सशक्तिकरण और रोजगार को बढ़ावा देने के लिये नयी योजनाएं जारी करनी चाहिए.
नई सरकार के पहले बजट पर महिलाओं की निगाहें, बढ़ेगा बोझ या घटेगा गृहस्थी का खर्च - बजट 2019
कमलनाथ सरकार के पहले बजट से मध्यप्रदेश की महिलाओं को खासी उम्मीदें. महिलाओं का कहना है कि सरकार को महिला सशक्तिकरण और रोजगार को बढ़ावा देने के लिये नयी योजनाएं जारी करनी चाहिए. कांग्रेस सरकार के इस बजट से महिलाओं को न केवल सुरक्षा की उम्मीद है, बल्कि वो सरकार से हर उस दिशा में काम करने की आस लगाये बैठी हैं,
महिलाओं ने आने वाले बजट पर चर्चा करते हुये कहा कि कमलनाथ सरकार की पहली प्राथमिकता महिलाओं की सुरक्षा होनी चाहिए. साथ ही सरकार को बढ़ती मंहगाई पर रोक लगाने के लिये जरुरी कदम उठाने चाहिए, ताकि मिडिल क्लास के लोगों को राहत मिल सके. सरकार को बजट के माध्यम से ऐसी योजनाएं लानी चाहिए, जो महिलाओं के लिये रोजगार उपलब्ध कराने में सहायक साबित हों क्योंकि प्रदेश में महिलाओं के लिये रोजगार भी एक बड़ी समस्या है.
कांग्रेस सरकार के इस बजट से महिलाओं को न केवल सुरक्षा की उम्मीद है, बल्कि वो सरकार से हर उस दिशा में काम करने की आस लगाये बैठी हैं, जो आम गृहणी को अपना घर चलाने के लिये जरुरी है. महिलाओं का मानना है कि सरकार को दवाइयों, गैस सिलेंडर, पेट्रोल-डीजल जैसी चीजों के दाम कम करने पर विचार करना चाहिए. साथ ही स्कूलों में बढ़ती बच्चों की फीस के लिये भी कुछ ऐसा प्रावधान लाया जाना चाहिए, जिससे कि उनका बोझ कुछ कम हो सके. ऐसे में तो यही कहा जा सकता है कि कमलनाथ सरकार के पहले बजट से ही प्रदेश की महिलाएं खासी उम्मीदें लगाये बैठी हैं. ऐसे में अब देखना होगा की तरुण भनोट अपने पहले बजट में इन महिलाओं के उम्मीद पर कितना खरा उतरते है.