भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण पर चिंता जताते हुए कहा कि लॉकडाउन के 67 दिन बाद भी प्रदेश की स्थिति कोरोना के मामले में भयावह बनी हुई है. पूर्व सीएम ने सवाल किया है कि आखिर लॉकडाउन 4.0 के बाद कोरोना पर नियंत्रण का सरकार का क्या प्लान है.
पूर्व सीएम ने आरोप लगाया है कि सरकार सिर्फ उपचुनाव को ध्यान में रखकर निर्णय कर रही है, जबकि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 8000 के करीब पहुंच चुका है. संक्रमण को लेकर मध्यप्रदेश देश में चौथे स्थान पर पहुंच चुका है. प्रदेश में अब संक्रमण शहरों से गांवों की ओर तेजी से बढ़ रहा है.
कमलनाथ ने कहा कि इंदौर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 3500 के करीब पहुंच चुका है और 132 मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है. ऐसी ही स्थिति भोपाल की है. कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए सरकार नए-नए निर्णय कर रही है, लेकिन स्थिति नियंत्रण से पूरी तरह बाहर बनी हुई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में टेस्टिंग किट से लेकर पीपीई किट, मास्क और सुरक्षा के संसाधनों का अभाव है, जिसके चलते कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है.
कमलनाथ ने आरोप लगाया कि बीजेपी को सत्ता में आए 67 दिन हो गए, लेकिन मुख्यमंत्री ने 67 दिनों से हॉटस्पाट शहरों के प्रभावित इलाकों की कोई सुध नहीं ली. सभी धार्मिक स्थल बंद हैं, लेकिन सरकार ने प्रदेश में शराब की दुकानें जरूर खुलवा दी है. कोरोना को लेकर जमीनी स्तर पर कोई ठोस कार्ययोजना सरकार बना ही नहीं पाई है.