मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

जल संकट से जूझ रहे बुंदेलखंड को इजरायल की मदद से पानीदार बनाया जाएगा - Israeli water experts

बुंदेलखंड के बड़े भूभाग की समस्या पानी है. उम्मीद की जा रही है कि जल विशेषज्ञ और इजराइली दल के अध्ययन से बुंदेलखंड के कई जिलों केा जल संकट की स्थिति को दूर करने में मदद मिलेगी. बता दें कि इजराइल वह देश है जहां औसत वर्षा काफी कम है, मगर बेहतर जल प्रबंधन के कारण वहां की स्थिति संकट ग्रस्त इलाके के तौर पर नहीं है. वहां अच्छी फसल होती है और जीवन खुशहाल है.

Israeli team in Bundelkhand
इजराइली दल

By

Published : Dec 6, 2021, 2:17 PM IST

भोपाल: बुंदेलखंड मध्य प्रदेश के सात और उत्तर प्रदेश के सात, कुल मिलकार 14 जिलों (14 districts of Bundelkhand) को मिलाकर बनता है. बुंदेलखंड वह इलाका है जिसकी पहचान जल संकट, सूखा (water crisis in bundelkhand), पलायन और बेरोजगारी के कारण है. पानी का बेहतर प्रबंधन यहां की तस्वीर बदल सकता है. यही कारण है कि जल संरक्षण के मामले में खास पहचान रखने वाले इजराइल की इस मामले में मदद ली जाने वाली है. पिछले दिनों इजराइली जल प्रबंधन विशेषज्ञ डॉ लयोर असफ (Water Management Specialist Dr. Layor Asaf) का इस इलाके में आना हुआ. इजराइली दल ने छतरपुर, पन्ना व (Chhatarpur, Panna and Katni) कटनी के जल संरक्षण पर विस्तार से चर्चा की.


बुंदेलखंड के बड़े भू-भाग की समस्या (water crisis in bundelkhand) पानी है. ऐसा नहीं है कि यहां बारिश बहुत कम होती हो, जल संग्रहण क्षेत्रों की कमी हो, मगर व्यवस्थाओं केा तहस-नहस कर दिया गया है. इसका नतीजा है कि यहां पानी के लिए बड़ी जद्दोजहद करना होती है. पानी रोकने के इंतजाम नहीं है, जो जल संरचनाएं थी, वे जमींदोज हो चुकी है. इसका नतीजा यह हुआ कि कभी पानी के मामले में सपन्न माना जाने वाला यह इलाका विपन्न हो गया. इस क्षेत्र केा पानीदार बनाने की कई बार योजनाएं बनीं, हर साल करोड़ों रुपये खर्च भी हेाता है. सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर प्रयास भी खूब किए जाने के दावे होते है, मगर जमीन पर कुछ भी नजर नहीं आता. अब इजराइल की मदद पानी प्रबंधन के लिए लिए जाने की तैयारी है.

CM शिवराज सिंह चौहान ने PM नरेंद्र मोदी के बारे में कही ये बड़ी बात

पिछले दिनों इजराइली दल (Israeli water experts team) का इस इलाके में आना हुआ. इस दौरान उन्होंने इस इलाके की जल की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित कराने और कृषि क्षेत्र एवं इससे संबंधित विकास कार्यों को समृद्धशील बनाने के संबंध में इजराइल में अपनाई गई व्यावहारिक एवं तकनीकी प्रयोग की जानकारी दी. यहां बता दें कि इजराइल वह देश है जहां औसत वर्षा काफी कम है, मगर बेहतर जल प्रबंधन के कारण वहां की स्थिति संकट ग्रस्त इलाके के तौर पर नहीं है. वहां अच्छी फसल होती है और जीवन खुशहाल है.


बताया गया है कि डॉ लयोर असफ को इजराइल विदेश मंत्रालय (Israel Foreign Ministry) द्वारा भारत सरकार के विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs, Government of India) की ओर से जल प्रबंधन एवं अध्ययन एवं कार्ययोजना के लिए इस क्षेत्र में भेजा गया. उम्मीद की जा रही है कि जल विशेषज्ञ के अध्ययन से बुंदेलखंड के कई जिलों केा जल संकट (water crisis in bundelkhand) की स्थिति को दूर करने में मदद मिलेगी और कृषि को नया आयाम भी मिलेगा साथ ही जल की उपलब्धता भी सुनिश्चित होगी.
गुरु राशि परिवर्तन 2021: 12 साल बाद शनि की राशि कुंभ में गुरु का प्रवेश , अब बदलेगी इन 7 राशियों की किस्मत (Guru Rashi Parivartan November to April 2022)


बताया गया है कि क्षेत्रीय सांसद विष्णु दत्त शर्मा (regional parliamentarian) लगातार इस इलाके को जल संकट से मुक्ति दिलाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं. साथ ही केंद्र सरकार से यहां के लिए खास योजना बनाने का आग्रह भी कर रहे हैं. उसी क्रम में यह पहल हुई है. पिछले दिनों सांसद शर्मा ने इजराइल के विषेषज्ञों से भी यहां की जल संबंधी समस्या के निदान के मसले पर चर्चा की थी.

17 दिसंबर तक सूर्य ग्रह का आपकी राशि पर असर और उपाय, वृश्चिक संक्रान्ति (vrishchik sankranti 2021) के दिन सूर्य का मित्र की राशि में प्रवेश


सांसद विष्णु दत्त शर्मा ने दी जानकारी

खजुराहो के सांसद शर्मा (Member of Parliament V D Sharma) का कहना है कि, केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा बुंदेलखंड क्षेत्र की पानी की समस्या के निराकरण के लिए कई प्रयास किये जा रहे हैं. इसके साथ ही हम इजराइली विशेषज्ञों के साथ मिलकर आधुनिक तकनीक का उपयोग कर खजुराहो लोकसभा क्षेत्र में इस समस्या के निदान के लिए कार्य कर रहे हैं.

खजुराहो सांसद विष्णु दत्त शर्मा (Khajuraho MP Vishnu Dutt Sharma) के विशेष आमंत्रण पर विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी खजुराहो में जल संवर्धन एवं संरक्षण को लेकर इजराइल से एक विशेष दल खजुराहो पहुंचा. यहां पर उन्होंने जिले के कलेक्टर सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रूपरेखा तैयार की.

(इनपुट --आईएएनएस)

ABOUT THE AUTHOR

...view details