भोपाल। विशाखापट्टनम गैस लीक हादसे से तुरंत सबक लेते हुए नगर निगम और फायर एंड रेस्क्यू टीम ने शहर में किसी भी तरह के गैस रिसाव या इस तरह के हादसे से निपटने के मॉक ड्रिल की. घटना की पूर्व तैयारी को लेकर ये अभ्यास विधानसभा के सामने नगर निगम जल शोधन संयंत्र में किया गया. ये मॉकड्रिल नगर निगम कमिश्नर विजय दत्ता के आदेश पर की गई. जिसमें नगर निगम कर्मचारी और फायर ब्रिगेड की टीम ने गैस रिसाव किया और तुरंत कैसे हादसे के बाद काबू पाया जाएगा इसकी प्रैक्टिस हुई.
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बता दें कि आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के आरआर वेंकटपुरम गांव में एक प्लांट से केमिकल गैस के लीक होने के बाद 11 लोगों की मौत हो गई है और हजारों ग्रामीण इस गैस की चपेट में आए हैं. एलजी पॉलिमर्स रासायनिक संयंत्र से हुए स्टाइरीन वेपर रिसाव के बाद यहां मार्मिक दृश्य देखने को मिले. संयंत्र से गैस का रिसाव गुरुवार को तड़के उस समय हुआ, जब लोग सो रहे थे. इस रिसाव के बाद सांस लेने के लिए संघर्ष कर रहीं महिलाओं और बच्चों को सड़कों पर पड़े देखा गया.
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अभी से कई हालत गंभीर बनी हुई है. गैस लीक होने के बाद लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलाना और शरीर पर लाल चकत्ते जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं. गैस रिसाव के बाद दिल दहलाने वाले इस मंजर ने 1984 भोपाल गैस त्रासदी की भयावह यादें ताजा करा दीं हैं.