भोपाल। शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद भाजपा में भारी असंतोष के सुर सुनाई दे रहे हैं. जिन नेताओं और जिन इलाकों के बीजेपी कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि उनके इलाके के नेता सरकार में मंत्री बनेंगे, लेकिन ज्यादातर लोगों को निराशा हासिल हुई है. प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन भी हो रहे हैं. लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में विंध्य की उपेक्षा चौंकाने वाली है क्योंकि 33 मंत्री में से सिर्फ तीन मंत्री विंध्य क्षेत्र से बनाए गए हैं. जिसमें एक मंत्री कांग्रेस से बगावत करने वाले बिसाहूलाल सिंह हैं क्योंकि इनको उप चुनाव लड़ना है.
विंध्य अंचल की 30 सीटों में से भाजपा 24 सीटें जीती थी. कांग्रेस को सिर्फ 6 सीटें मिली थीं, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार में विंध्य क्षेत्र से सिर्फ तीन मंत्री बनाए गए हैं. इन तीन मंत्रियों में मंत्रिमंडल गठन के वक्त मीना सिंह मंत्री बनीं थी, इसके अलावा पहले विस्तार में मंत्री बने रामखेलावन पटेल और कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल होने वाले बिसाहूलाल सिंह को मंत्री बनाया गया है. बिसाहूलाल सिंह को उप चुनाव लड़ना है, इसलिए उन्हें मंत्री बनाया गया है. इसके अलावा विंध्य के 24 बीजेपी विधायकों में से सिर्फ 2 विधायकों को मंत्री बनाया गया है और 22 विधायक अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. इनमें पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला, केदारनाथ शुक्ला के अलावा गिरीश गौतम जैसे दिग्गज नेताओं का नाम शामिल है.