बजरंग दल पर बैन से किसे मिली संजीवनी, देशभर में बजरंगी करेंगे हनुमान चालीसा का पाठ
कर्नाटक में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन लगने के मुद्दे के बाद से ही देशभर में सियासत शुरू हो गई है. विश्व हिंदू परिषद पूरे देश में 9 मई को हनुमान चालीसा का पाठ करने जा रहा है. इस दौरान देश विरोधी मानसिकता रखने वालों की सद्बुद्धि के लिए भगवान बजरंगबली का आव्हान किया जाएगा.
वीएचपी
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Published : May 8, 2023, 8:08 PM IST
वीएचपी करेगी हनुमान चालीसा
भोपाल। कर्नाटक में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन से उठा मुद्दा क्या वीएचपी और बजरंग दल जैसे हिंदुवादी संगठनों के लिए संजीवनी साबित हो रहा है. राम जन्म भूमि आंदोलन की जमीन पर खड़ा हुआ ये संगठन अब क्या फिर खोई साख लौटाने की कोशिश में जुट गया है. कर्नाटक के बाद बजरंग दल पर जो हमले तेज हुए उसके बाद अब विश्व हिंदू परिषद पूरे देश में 9 मई को कुमति निवार सुमति के संगी हनुमान चालीसा का पाठ करने जा रहा है. वीएचपी के मुताबिक देश विरोधी मानसिकता रखने वालों की सद्बुद्धि के लिए भगवान बजरंगबली का आव्हान किया जाएगा.
देश भर में हनुमान चालीसा पढ़ेंगे बजरंगी:कर्नाटक में कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन किए जाने का मुद्दा उठने के बाद जिस तरह से राजनीति गरमाई और बजरंग दल पर हमले तेज हुए. फिर उसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस मुख्यालयों पर हमला बोला. अब इन घटनाक्रमों के बाद विश्व हिंदू परिषद देश भर में कुमति निवार सुमति के संगी का आयोजन कर रहा है. इस आयोजन में पूरे देश में हनुमान चालीसा के जरिए जन जागरण दश में किया जाएगा. वीएचपी के मुताबिक ये देश विरोधी हिंदु विरोधी दोहरी मानसिकता वाले लोगों की सद्बुद्धि के लिए भगवान बजरंगबली का आव्हान किया जा रहा है. विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे के मुताबिक कर्नाटक कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र और उसके बाद राजस्थान, छत्तीसगढ, हिमाचल प्रदेश, व महाराष्ट्र सहित अनेक राज्यों में कांग्रेसी व कुछ अन्य हिंदू विरोधी नेताओं द्वारा बजरंग दल को प्रतिबंधित करने की जिस तरह से मांग की. फिर बजरंग दल जैसे देशभक्त संगठन की तुलना पीएफआई जैसे देशद्रोही, आतंकी व हिंसक संगठन से किया, ये बहुत ही अपमानजनक है. हिंदू समाज निश्चित रूप से इस तरह के अपमान का लोकतांत्रिक सबक सिखाएगा.
गौ रक्षा कन्या रक्षा धर्म रक्षा का काम किसने किया:विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंड परांडे का कहना है कि जो बजरंग दल के विषय में टिप्पणी कर रहे हैं. इन सारे नेताओं को क्या नहीं दिखता कि बजरंग दल देश भर में गौ रक्षा, कन्या रक्षा, रक्तदान, मठ मंदिर व धर्म रक्षा के साथ धर्मांतरण रोकने जैसे अनेक प्रकार के सेवा कार्यों में लगा हुआ है? विश्व हिंदू परिषद ने सम्पूर्ण हिंदू समाज का आह्वान करते हुए कहा है कि बजरंगबली के भक्तों के अपमान के विरोध स्वरूप आगामी 9 मई को पूरे देश में होने वाले हनुमान चालीसा के आयोजनों में शामिल हो.
मध्यभारत प्रांत में 202 स्थानों पर हनुमान चालीसा: विश्व हिंदू परिषद के आव्हान पर हो रहे इस आयोजन में मध्यभारत प्रांत में 202 स्थानों पर हनुमान चालीसा का पाठ होगा. भोपाल के हनुमान मंदिर में 11000 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा. बजरंग दल के प्रांत संयोजक सुशील सुडेले ने अपील की है कि हनुमान चालीसा पाठ, के कार्यक्रमों में अपने परिजनों के साथ हिंदू समाज के लोग शामिल हों.
राम मंदिर आंदोलन की जमीन पर खड़ा हुआ बजरंग दल: बजरंग दल 1984 में अस्तित्व में आया और अक्टूबर 1984 में अयोध्या में बजरंग दल की स्थापना की गई. असल में तब राम जानकी रथ यात्रा निकाली जा रही थी. अयोध्या से निकली इस यात्रा को जब सरकार ने किसी भी तरीके से सुरक्षा दने से इंकार कर दिया. तब संतों की मंशा अनुरुप वीएचपी ने नौजवानों को इस यात्रा की सुरक्षा की जवाबदारी सौंपी. उद्देश्य य था कि जैसे श्री राम के काम के लिए बजरंग बली उपस्थित रहते हैं. वैसे ही ये नौजवान भी राम के काज के लिए हमेशा मौजूद रहेंगे. दल को नाम भी बजरंग बली के नाम पर ही दिया गया. वीएचपी के मुताबिक बजरंग दल गठन किसी के विरोध के लिए नहीं हुआ बजरंग दल का गठन हुआ कि हिंद धर्म की राह में रोड़े डालने वालों को रोका जा सके. राष्ट्र और धर्म के काम में जुटे नौजवानों का संगठन बना बजरंग दल जिसके लिए राष्ट्रभक्ति राम भक्ति सर्वोपरि है.