भोपाल। मध्य प्रदेश के 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस लगातार एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायतें कर रही हैं. जहां आज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्य निर्वाचन आयोग पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के चुनाव प्रचार पर रोक लगाए जाने की मांग की.
कमलनाथ और दिग्विजय के चुनाव प्रचार पर रोक लगाने की मांग शासकीय अधिकारी/कर्मचारियों को धमकाने का आरोपबीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने चुनाव आयोग में शिकायत करते हुए कहा कि, 'पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह शासकीय अधिकारी और कर्मचारियों को धमका रहे हैं. यह आचार संहिता का उल्लंघन तो है ही. साथ ही एक अपराधिक कृत्य भी है. इसे लेकर चुनाव आयोग को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.' उन्होंने कहा कि, 'चुनाव आयोग को ऐसे नेताओं के चुनाव प्रचार पर रोक लगानी चाहिए.'
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कमलनाथ को भारत निर्वाचन आयोग ने किया आगाह
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि, 'बीजेपी प्रत्याशी इमरती देवी को लेकर विवादित टिप्पणी देने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आगाह किया गया है. चुनाव आयोग ने कहा है कि, इस शब्द का इस्तेमाल वह नहीं करेंगे.' उन्होंने कहा कि, 'इसका साफ मतलब है कि यह शब्द आपत्तिजनक है. इसीलिए निर्वाचन आयोग ने इस शब्द के इस्तेमाल को लेकर कमलनाथ को आगाह किया है, लेकिन कमलनाथ लगातार यह बात कह रहे थे कि, जो शब्द उन्होंने उपयोग किए है, वह शब्द आपत्तिजनक नहीं है.'
कमलनाथ रतुल पूरी के मामा हैं
इस दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा है कि, 'कमलनाथ उद्योगपति नहीं हैं, तो वह यह बताएं कि उनके पास अरबों-खरबों की संपत्ति कहां से आई.'
कमलनाथ ने कहा था कि, वह न मामा है और न ही महाराज, जिसको लेकर उन्होंने कहा कि, 'निश्चित रूप से कमलनाथ मध्य प्रदेश की जनता, गरीब और किसानों के मामा नहीं हो सकते, वह तो रतुल पुरी के मामा हैं. रतुल पुरी ने कमलनाथ के नेतृत्व में करोड़ों रुपये के घोटाले किए हैं.'