भोपाल। 15 से 18 साल के बच्चों को स्कूलों में जाकर टीका लगाए जाएंगे. मध्य प्रदेश सरकार इसकी तैयारी कर रही है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, केंद्र की गाइडलाइन का इंतजार कर रहा है. वहीं मध्यप्रदेश में 5 लाख 30 हज़ार फ्रंट वर्कर्स को भी टीका लगाने की तैयारी पूरी कर ली गई है. वहीं 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों का डाटा अभी तैयार किया जा रहा है, जिन्हें वैक्सीन लगे 9 महीने का समय बीत गया है. इनकी संख्या फिलहाल कम ही है.
स्कूल में दिए जाएंगे टीके (Vaccination in school)
मध्यप्रदेश में भी बच्चों को वैक्सीन (corona vaccine for kids) लगाने और बुजुर्गों को भी प्रिकॉशन डोज़ लगाने की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। स्वास्थ्य विभाग इसके लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन का इंतजार कर रहा है. मध्य प्रदेश में 15 से 18 साल के बच्चों की संख्या 49 लाख से अधिक है. और 3 जनवरी से इनका टीकाकरण शुरू किया जाना है. टीकाकरण को लेकर सरकार ने शुरुआती दौर में यही प्लानिंग की है कि सभी बच्चों को वैक्सीन स्कूलों में दी जाएगी. स्कूलों में कैंप लगाकर बच्चों को वैक्सीनेशन किया जाएगा. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने भी इस बात की पुष्टि की है.
Vaccines For Children: बच्चों को स्कूलों में ही दी जाएगी वैक्सीन, 3 जनवरी से लगेगा टीका, 15-18 साल के बच्चों का होगा वैक्सीनेशन
शिवराज सरकार बच्चों के टीकाकरण (Vaccines For Children) पर खास ध्यान दे रही है. 3 जनवरी से 15-18 साल के बच्चों को लगने वाली वैक्सीन के लिए शुरूआत में स्कूल में ही व्यवस्था किए जाने की तैयारी है. खबर है कि शुरूआत में स्कूल में कैंप लगाकर बच्चों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी जाएगी.
बुजुर्गों का तैयार हो रहा डाटा
केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के तरह 60 साल से अधिक बुजुर्गों को प्रिकॉशन डोज (Corona Precaution Dose) लगाने हैं. लेकिन उसमें कंडीशन ये है कि दूसरा डोज लगाए जिनकों 9 महीने हो चुके हैं, उन्हें ही ये प्रिकॉशन डोज़ लगने हैं. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग अभी आंकड़े जुटा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और एनएचएम के डायरेक्टर संतोष शुक्ला के अनुसार, मध्यप्रदेश में 71 लाख से अधिक 60 साल के ऊपर बुजुर्ग हैं. दोनों डोज मिलाकर इस आयुवर्ग को अभी तक एक करोड़ 30 लाख से अधिक टीके लग चुके हैं. ऐसे में विभाग अब यह डाटा निकाल रहा है कि किन-किन बुजुर्गों का सेकंड डोज़ के बाद 9 महीने का समय पूरा हो गया है. फिलहाल यह संख्या कम ही नजर आएगी, क्योंकि पिछले साल जनवरी में टीका लगना शुरू हुए थे और सेकंड डोज़ अप्रैल-मई के बाद ही लगे थे. ऐसे में फरवरी के बाद ही बुजुर्गों के 9 महीने पूरे होंगे,क्योंकि शुरुआत में सभी ने एकदम से टीका नहीं लगाया.
फ्रंटलाइन वर्कर्स 5 लाख से ज्यादा
एमपी में फ्रंटलाइन वर्कर्स जिसमें पुलिस, डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मचारी और अन्य शामिल हैं, उनकी संख्या 5 लाख से अधिक है. इन्हें भी 10 जनवरी से बोस्टर डोज लगाए जाने हैं. जिसे लेकर सरकार तैयारी में जुटी है.
मध्य प्रदेश में वैक्सीनेशन
मध्य प्रदेश में अभी 10 करोड़ 15 लाख से अधिक लोगों को टीके लग चुके हैं(Vaccination in MP). जिसमें से पहला डोज 5 करोड़ 20 लाख से अधिक है, जबकि दूसरा टीका 4 करोड़ 94 लाख से अधिक लोगों को लगाया जा चुका है. ऐसे में विभाग को उम्मीद है कि प्रिकॉशंस के टीके फिलहाल जनवरी या फरवरी से ही शुरू होंगे. लेकिन सबसे अधिक फोकस बच्चों के वैक्सीनेशन पर ही रहेगा.