भोपाल। प्रदेश में कोरोना के खिलाफ 25 और 26 अगस्त को एक बार फिर से वैक्सीनेशन का महाअभियान (Vaccination mahaabhiyan) शुरू होने जा रहा है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग (Health department) ने पूरी तैयारियां कर ली हैं. इसके तहत प्रदेश में लगभग 10,000 सेंटर बनाए गए हैं. साथ ही लाखों की संख्या में स्वयंसेवक, टीकाकरण ब्रांड एम्बेस्डर, आशा कार्यकर्ता, एनजीओ और छात्र, लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित करेंगे. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग (Minister Vishwas Sarang) का कहना है कि केंद्र से 50 लाख वैक्सीन की व्यवस्था की गई है. विभाग ने इन 2 दिनों में 30 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है.
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केंद्र ने एमपी को दिए 50 लाख से अधिक डोज
प्रदेश में वैक्सीन लगाने वालों की संख्या 4 करोड़ के ऊपर पहुंच गई है. महा वैक्सीनेशन अभियान (vaccination mahaabhiyan) के तहत पहले दिन 20 लाख और दूसरे दिन 10 लाख लोगों के टीकाकरण का टारगेट है. शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि इस बार सेकंड डोज के लोगों पर ज्यादा ध्यान दिए जाने पर जोर दिया जा रहा है, क्योंकि अधिकतर लोग पहला डोज लगवाने के बाद दूसरे डोज के लिए समय निकाल नहीं पा रहे. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग इस बार उनपर ही फोकस कर रहा है. केंद्र ने भी 50 लाख से अधिक वैक्सीन के डोज मध्यप्रदेश को दिए हैं. ऐसे में वैक्सीन महा अभियान को सफल बनाना सभी की जिम्मेदारी है.
एमपी नए लक्ष्य के लिए तैयार
दरअसल, बीते 21 जून को मध्य प्रदेश सरकार ने देश भर में सर्वाधिक 17 लाख लोगों को वैक्सीन लगाकर एक रिकॉर्ड बनाया था. जिसके बाद से ही लगातार मध्य प्रदेश वैक्सीन लगाने को लेकर अग्रसर है, लेकिन बीच में वैक्सीन की कमी के चलते यह आंकड़ा धीरे-धीरे नीचे जा रहा था. ऐसे में इस बार पहले दिन 20 लाख और दूसरे दिन 10 लाख लोगों को वैक्सीन महाअभियान (vaccination mahaabhiyan) के तहत लगाने का लक्ष्य रखा गया है. अब देखना होगा कि लक्ष्य कितना पूरा हो पाता है.
तीसरी लहर की बढ़ती आशंका
वहीं दूसरी ओर देश में कोरोना की तीसरी लहर (corona 3rd wave) की आहट नजर आने लगी है. ऐसी आशंका है कि तीसरी लहर दूसरी लहर से ज्यादा घातक हो सकती है. तीसरी लहर को लेकर चिंता तब और बढ़ गई जब नीति आयोग (Niti Aayog) ने कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका व्यक्त की है. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने जुलाई में सरकार को कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए कुछ सुझाव दिए थे. जिसमें उन्होंने कहा था कि आने वाले समय में प्रति 100 कोरोना पॉजिटिव (Corona positive) मामलों में से 23 केस ऐसे होंगे जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की व्यवस्था करनी होगी.