भोपाल। शहरी क्षेत्रों के बाद कोरोना संक्रमण ग्रामीण इलाकों में फैल रहा है. इसके बाद भी ग्रामीण इलाकों में लोग वैक्सीनेशन के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. पंचायत विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश भर में अभी तक सिर्फ 21,511 ग्रामीणों को कोरोना का टीका लगा है. हालात यह है कि पहला डोज लगवाने के बाद ग्रामीण दूसरा डोज लगवाने से झिझक रहे है. प्रदेश भर में अभी तक सिर्फ 2,754 ग्रामीणों ने दूसरा डोज लगवाया है. हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि गांव में टीकाकरण ना होने की वजह से लोग दूसरे गांव में जाने से कतरा रहे हैं.
- बुजुर्गों को ही नहीं लग सका कोरोना का टीका
कोरोना से छुटकारा पाने के लिए प्रदेश में पहले 65 वर्ष तक की आयु के लोगों को टीका लगाया गया. इसके बाद 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को टीका लगाया गया और अब 18 साल से ऊपर के लोगों कब वैक्सीनेशन किया जा रहा है. लेकिन ग्रामीण इलाकों में अभी तक अधिकांश बुजुर्गों ने ही टीका नहीं लगवाया है. पंचायत विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में अभी तक कुल 21,511 ग्रामीणों का टीकाकरण हुआ है. इसमें से 18 हजार 757 लोगों को कोरोना का पहला टीका लगाया गया है. चौंकाने वाली स्थिति यह है कि पहला टीका लगवाने के बाद लोग दूसरा टीका लगवाने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर पर नहीं पहुंच रहे हैं. प्रदेश भर में अभी तक 2,754 लोगों को दूसरा डोज लग सका है. जबकि रिकॉर्ड के हिसाब से पहले चरण मैं 99,308 बुजुर्गों का टीकाकरण लंबित है.
वैक्सीन खत्म होने पर रोका टीकाकरण, कैसे पूरा होगा तीसरा चरण?
- भोपाल जिले में ग्रामीण इलाकों में कुल 314 लोगों का टीकाकरण किया जा सका है. जिसमें से 272 लोगों को पहला डोज और 42 लोगों को दूसरा डोज लगाया गया है.
- भोपाल की बेरसिया तहसील में सिर्फ 73 लोगों को वैक्सीनेशन हुआ है, जिसमें 57 लोगों ने पहला टीका लगवाया लेकिन दूसरा डोज सिर्फ 16 लोगों को लगाया गया है.
- वही भोपाल की फंदा तहसील में कुल 241 लोगों को टीका लगाया जा सका है।.