भोपाल।बड़े अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती भीड़ को कम करने के लिए प्रदेश में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए थे लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बाद अब ये केंद्र कोविड टेस्ट और वैक्सीनेशन सेंटर में बदल गए हैं. इन केंद्रों में सामान्य बीमारियों का इलाज फिलहाल बंद हो गया है. यहां से सीरियस मरीजों को जिला अस्पताल सहित अन्य बड़े अस्पतालों में रेफर किया जाता है.
50 हजार की आबादी पर खोले गए स्वास्थ्य केंद्र
मरीजों को उनके घर के नजदीक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर शहरी स्वास्थ्य केंद्र शहरी बस्तियों के पास खोले गए हैं. स्वास्थ्य केंद्र प्रति 50 हजार की आबादी पर खोले गए हैं. इनकी ओपीडी का समय सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक है. यहां एक चिकित्सा अधिकारी, दो स्टाफ नर्स और अन्य सहयोगी कर्मचारियों को संविदा आधार पर पदस्थ किया गया है. जानकारी के मुताबिक राजधानी भोपाल में अभी आठ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हो रहे हैं.
सौ से अधिक मरीजों की रोज हो रही जांच
राजधानी के गोविंदपुरा स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी आनंद किरार ने बताया कि इस केंद्र में कोविड से पहले सामान्य ओपीडी चलती थीं. अब यहां पर कोविड टीकाकरण के टेस्ट हो रहे हैं. अभी सौ से अधिक मरीजों की जांच प्रतिदिन की जा रही है.
केंद्र में सभी सुविधाएं उपलब्ध
इलाज कराने आ रहे मरीजों का कहना है कि शहरी स्वास्थ्य केंद्र में जरूरी सभी सुविधाएं मौजूद हैं. सामान्य तौर पर होने वाली सभी बीमारियों का इलाज और जांच समय पर की जाती है. मरीजों ने बताया कि अभी हम इस केंद्र में कोरोना की जांच कराने आए हैं. जनता जागरूक हो गई है, सभी सहयोग करते हैं. फिलहाल कोविड की जांच इस सेंटर में की जा रही है.