भोपाल।राजधानी के खटला पुरा में गणेश विसर्जन के दौरान हुए हादसे के बाद प्रशासन दुर्गा विसर्जन पर काफी सख्ती बरत रहा है. जिसके चलते प्रशासन ने तलाबों पर मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा दी है. जिसका कई हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं. राजधानी के पांच नंबर तालाब पर जवारे विसर्जन को लेकर पुलिस और कुछ सामाजिक संगठनों के बीच जमकर विवाद हुआ हालांकि बाद में जवारे विसर्जन करने की अनुमति दे दी गई .
जवारे विसर्जन को लेकर संस्कृति बचाओ मंच ने किया हंगामा, कहा-हिंदू समाज के त्योहारों को विलुप्त करने का प्रयास
राजधानी भोपाल के पांच नंबर तालाब पर जवारे विसर्जन को लेकर पुलिस और कुछ सामाजिक संगठनों के बीच जमकर विवाद हुआ हालांकि बाद में जवारे विसर्जन करने की अनुमति दे दी गई.
बताया जा रहा है कि जवारे का विसर्जन करने आये लोग तलाब में जवारे विसर्जन करने की मांग पर अड़े थे, लेकिन प्रशासन उन्हें विसर्जन करने की अनुमति नहीं दे रहा था. जिसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया और और संस्कृति बचाओ मंच एवं अन्य हिंदू संगठन यहां पर विरोध जताने के लिए पहुंच गए. जिस पर विवाद बढ़ता देख पुलिस ने जवारे विसर्जन करने की अनुमति दे दी.
संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी का कहना है कि गणेश विसर्जन के दौरान खटला पुरा की घटना के बाद प्रशासन हिंदू समाज के त्योहारों को विलुप्त करने का प्रयास कर रहा है. जिसके लिए दिनों दिन तुगलकी फरमान जारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक घटना होने से क्या हिंदू समाज अपने त्यौहारों को बंद कर देगा. उनकी मांग है कि प्रशासन को अपने गोताखोर लगाना चाहिए और व्यवस्थित रूप से हमारे पूजन-पाठ को संपन्न कराना चाहिए.