भोपाल। राजधानी में रानी कमलापति आर्च ब्रिज का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. महापौर आलोक शर्मा के रानी कमलापति की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद अब इस पूरे मामले में नया मोड़ आ गया है. निगम कमिश्नर के मुताबिक प्रतिमा के अनावरण के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी. साथ ही उन्होंने कहा कि इसे लेकर जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
अनावरण और मूर्ति स्थापना की नहीं थी अनुमति, दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
भोपाल। राजधानी में रानी कमलापति आर्च ब्रिज का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है, महापौर आलोक शर्मा के रानी कमलापति की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद अब इस पूरे मामले में नया मोड़ आ गया है.
भोपाल के कमलापति आर्च ब्रिज स्थित रानी कमलापति की प्रतिमा का अनावरण करना शहर के महापौर आलोक शर्मा को महंगा साबित हो सकता है. दरअसल प्रतिमा की स्थापना और अनावरण के लिए नगर निगम से कोई अनुमति ही नहीं ली गई थी. बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह को भी शामिल होना था, लेकिन अनावरण की अनुमति नहीं होने से उन्होंने पूरे कार्यक्रम से किनारा कर लिया.
पूरे मामले को लेकर नगर निगम कमिश्नर विजय दत्ता ने कहा कि प्रतिमा की स्थापना और अनावरण को लेकर कोई अनुमति नहीं ली गई थी. उन्होंने ये भी कहा कि जो भी इसके पीछे दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि इस कार्यक्रम के लिए नगर निगम ने ही खुद आमंत्रण पत्र छपवाए थे. ऐसे में ये पूरा मामला काफी पेचीदा नज़र आ रहा है.