भोपाल। पूरादेश आर्थिक मंदी की चपेट में है, लेकिन मध्यप्रदेश में बेरोजगारी की दर में 2.8 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है, बेरोजगारी दर 7 फीसदी से घटकर 4.2 फीसदी पहुंच गई है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनोमिक ने दिसंबर 2018 से सितंबर 2019 के बीच सर्वे कर रिपोर्ट जारी की है. सीएमआईई के ताजा सर्वे से पता चला है कि बीजेपी के शासन काल के अंतिम महीने यानी दिसंबर 2018 में प्रदेश में बेरोजगारी की दर 7 फीसदी थी, इसमें पिछले 9 महीनों के दौरान कमी आई है.
देश में आर्थिक मंदी! एमपी में बेरोजगारी दर 2.8 फीसदी घटीः CMII - Narottam Mishra
मध्यप्रदेश में बेरोजगारी दर 2.8 फीसदी घटी है. ये 7 फीसदी से घटकर 4.2 फीसदी पहुंच गई है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनोमिक के दिसंबर 2018 से सितंबर 2019 के सर्वे के बीच जारी रिपोर्ट में ये बात सामने आयी है.
रिपोर्ट सामने आने के बाद कमलनाथ सरकार में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने इसे सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया है. मंत्री ने कहा कि छिंदवाड़ा मॉडल के चलते बेरोजगारी दर घटी है. अब छिंदवाड़ा मॉडल मध्यप्रदेश के दूसरे जिलों में भी लागू किया जाएगा. उन्होंने कमलनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री काम ज्यादा करते हैं, गिनाते कम हैं. आने वाले दिनों में प्रदेश में और बेरोजगारी घट जाएगी, देश में मंदी का दौर है, लेकिन मध्यप्रदेश में मंदी नहीं है.
बेरोजगारी के आंकड़े कम होने पर खुद की पीठ थपथपा रही सरकार पर पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ बताएं कि स्वरोजगार विवाह योजना, रोजगार योजना का कोई आंकड़ा नहीं दिया. एक भी बेरोजगार नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया. अगर कमलनाथ ये सब बता देंगे तो मुख्यमंत्री जो सजा देंगे, वह उसके लिए तैयार हैं.