Congress On Uma Bharti: बीजेपी कार्यकर्ता महाकुंभ से नदारद रहीं उमा भारती, कांग्रेस बोली- यह ओबीसी महिला का अपमान - पीएम मोदी के कार्यक्रम से उमा नदारद
भोपाल में सोमवार को बीजेपी महाकुंभ का आयोजन किया गया. इस आयोजन में शामिल होने और जन आशीर्वाद यात्रा का समापन करने पीएम मोदी आज एमपी आए. पीएम मोदी के इतने बड़े कार्यक्रम से पूर्व सीएम उमा भारती नदारद नजर आईं. जिसे लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है.
भोपाल।लोकसभा और राज्यसभा में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित होने के बाद पहली बार राजधानी भोपाल आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पार्टी की महिला पदाधिकारियों ने अभिनंदन किया. बीजेपी कार्यकर्ता महाकुंभ में बीजेपी के तमाम नेता शामिल हुए, लेकिन प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री उमा भारती की मंच पर गैरमौजूदगी को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाया. कांग्रेस ने कहा कि "पीएम मोदी ने पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का नाम तक नहीं लिया. क्या यह ओबीसी वर्ग का अपमान नहीं ?" जनआशीर्वाद यात्रा में भी उमा भारती को आमंत्रित नहीं किया गया था. जिसको लेकर उन्होंने खुलकर अपनी नाराजगी जताई थी.
मंच पर नहीं दिखी पूर्व मुख्यमंत्री उमा:जंबूरी मैदान पर बीजेपी कार्यकर्ता महाकुंभ में मंच पर 17 नेताओं को जगह मिली, लेकिन इसमें पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का नाम नहीं था. कार्यकर्ता महाकुंभ के मंच पर उमा भारती की नामौजूदगी को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाया है. कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा है कि "कार्यक्रम में पीएम मोदी उवाच... सिर्फ मैं, मैं, मैं. मध्यप्रदेश भाजपा के कई पूर्व और दिवंगत नेताओं, सीएम के नाम लिए, लेकिन स्वर्गीय बाबूलाल गौर, सुश्री उमा भारती का नाम तक नहीं लिया. क्या यह ओबीसी वर्ग का अपमान नहीं? उमा भारती तो महिला भी हैं. क्या आपकी निगाह में महिलाओं का सम्मान यही है. उमा भारती ने तो 2003 में प्रदेश में बीजेपी की सरकार भी बनवाई थी."
उमा भारती पहले भी जता चुकी हैं नाराजगी:इसके पहले उमा भारती को जन आशीर्वादय यात्रा में भी नहीं बुलाया गया था. उमा भारती ने इसको लेकर सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जाहिर की थी. दरअसल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सतना जिले से पहली जन आशीर्वाद यात्रा का शुभारंभ किया था. इसके बाद राजनाथ सिंह ने दूसरी यात्रा का शुभारंभ किया, लेकिन इन महत्वपूर्ण यात्राओं के लिए उमा भारती को निमंत्रण न मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए ट्वीट किया था कि मुझे जन आशीर्वाद यात्रा के प्रारंभ में निमंत्रण नहीं मिला, यह सच्चाई है कि ऐसा मैंने कहा है, लेकिन निमंत्रण मिलने या न मिलने से मैं कम ज्यादा नहीं हो जाती. हां अब मुझे निमंत्रण दिया गया तो मैं कहीं नहीं जाऊंगी. ना प्रारंभ में न 25 सितंबर के समापन समारोह में."
उमा भारती ने किए गई ट्वीट:पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती कार्यकर्ता महाकुंभ में मंच पर तो दिखाई नहीं दी, लेकिन उन्होंने ट्वीट कर महिला आरक्षण में ओबीसी को आरक्षण दिए जाने की बात फिर जोर-शोर से उठाई. उमा भारती ने ट्वीट किया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं के सामने मोदी के संबोधन ने प्रेरणा दी व सबको ऊर्जा से भर दिया. पीएम मोदी तो सदा महिलाओं का सम्मान करते रहे. उन्होंने अपनी सरकार में सुषमा स्वराज, उमा भारती, निर्मला सीतारमन, स्मृति ईरानी इन महिलाओं को भारत सरकार के सबसे महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो दिए. इसीलिए आज भोपाल के जंबूरी मैदान में नारी शक्ति ने मोदी का अभिनंदन किया. 1996 में जब महिला आरक्षण पहली बार प्रस्तुत हुआ तो उसमें ओबीसी, एससी, एसटी के न होने पर मैंने सदन में खड़े होकर आपत्ति दर्ज की. तब कांग्रेस और बीजेपी और वामपंथी बिना किसी संशोधन के इस आरक्षण को पारित कराने के लिए एक मत थे. महिला आरक्षण के सदन में रखे गए. हमारी सरकार के प्रस्ताव पर अब कांग्रेस ने अचानक ओबीसी आरक्षण की बात कही है, उनके मन में खोट होगी, लेकिन तब मैंने 27 साल पहले यह बात सदन में कहकर बिल रूकवा दिया था, तब से लेकर आज तक मैं अपने स्टेंड पर कायम रही.