उमा भारती का शिवराज पर निशाना, माफिया के सामने लाचार शासन-प्रशासन, चुनाव लड़ने की जताई इच्छा
Uma Bharti Angry On Shivraj: एमपी के शहडोल में खनन माफियाओं द्वारा पटवारी के हत्या के मामले में उमा भारती तीखे तेवर अपनाए हैं. एक तरफ उमा भारती ने अपना अगला एजेंडा साफ किया, तो वहीं दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की.
भोपाल।मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे के पहले पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने अपना आगामी एजेंडा साफ कर दिया है. उमा भारती अब प्रदेश में अवैध खनन के खिलाफ मुहिम शुरू करने जा रही हैं. उमा भारती ने कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर पहले भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा कर चुकी हैं. प्रदेश में फिर भाजपा की सरकार बनी तो फिर मुख्यमंत्री से पहले अवैध खनन रोकने के लिए चर्चा करूंगी, लेकिन यदि कुछ नहीं होगा तब इसको लेकर खुलकर बोलूंगी. वहीं इस दौरान उमा भारती ने चुनाव लड़ने की इच्छा भी जाहिर की.
उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन सत्ता सब खनन माफिया के सामने दीन हीन हो गए हैं. अब क्या मुझे ही लट्ठ लेकर खड़ा होना पड़ेगा. मीडिया से चर्चा के दौरान उमा भारती ने जहां इस मुद्दे को लेकर अपनी ही प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया. वहीं प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की.
खनन माफियों पर भड़कीं उमा भारती: उमा भारती ने कहा कि खनन माफिया, शराब माफिया और पावर माफिया पर कंट्रोल करने के लिए अदम्य साहस की जरूरत है, लेकिन इसके लिए सबसे पहले पार्टी के खर्चों पर कंट्रोल करना होगा. सभी राजनीतिक दल इन्हीं के पैसों पर चल रहे हैं. जब मुख्यमंत्री, मंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी संगठन के बड़े-बड़े पंडाल बनते हैं और इसमें ₹1000 प्रति प्लेट के हिसाब से खाना दिया जाता है. यह किसी के घर से आता है क्या? इसे खनिज माफिया, शराब माफिया खर्च करते हैं.
माफिया पर कंट्रोल करने के लिए एक बार फिर कुशाभाऊ ठाकरे के सिद्धांत पर लौटना होगा. ऊमा भारती ने कहा कि नरेंद्र मोदी भी वैसे ही हैं, लेकिन हम उनके विचारों के साथ कदम नहीं मिला पाए. उमा भारती ने कहा कि एक बार कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने एक मंत्री को परिवार सहित विदेश जाने पर डांट लगाई थी.
उमा बोली 2024 में लडूंगी चुनाव:उमा भारती ने कहा कि 'विधानसभा चुनाव के पहली मैंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. उनसे कहा था कि चुनाव के बाद मुझे संगठन में जगह दीजिए और मैंने साफ कह दिया है कि 2024 का चुनाव मुझे लड़ना है. विधानसभा चुनाव की पहली जिम्मेवारी को लेकर मैंने मना कर दिया था, ताकि यह बात ना हो कि किसी खास वर्ग को फायदा पहुंचाने के लिए मुझे जिम्मेवारी दी गई है. उमा भारती ने कहा कि मैं अपने आप को अक्षम नहीं मानती. मैं अपने आप को हमेशा किसी भी पद के योग्य मानती हूं, मेरी भावुकता ही मेरी कमजोरी है. मैं अपने आप को हंड्रेड परसेंट मानती हूं. जो भूमिका दे दी जाएगी, उसे अपने तरीके से निभाऊंगी.'
चुनाव लड़ने की जताई इच्छा
पिछला चुनाव व्यापम की वजह से हारी थी बीजेपी:मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में बीजेपी की कितनी सीटें आएंगी, इस सवाल पर उमा भारती ने कहा कि सरकार बीजेपी की ही बनेगी लेकिन सीटों का अनुमान में नहीं लगाती. मुख्यमंत्री के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कोई भी बने, लेकिन सरकार बीजेपी के बनेगी. भारती ने कहा कि 2013 का चुनाव प्रधानमंत्री मोदी की लहर में मध्य प्रदेश में पार्टी जीती थी, लेकिन 2018 में व्यापम की वजह से पार्टी हार गई थी, हालांकि की इस बार बीजेपी के खाते में कितनी सीट आएंगी, इस सवाल पर उमा भारती कुछ नहीं बोलीं.
उमा बोली मोदी ने की थी मेरी शिकायत:उमा भारती ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि '2019 के लोकसभा चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी ने एक बार मेरी शिकायत मेरे गुरु से की थी कि संकट की घड़ी में उमा भारती ने मेरा साथ नहीं दिया. यह दूसरा चुनाव था और यह चुनाव जीतना जरूरी था और उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा. मोदीजी को मेरे गुरु ने कहा था कि वह बहुत जिद्दी है, उसने मेरी भी बात नहीं मानी. वह कहती है कि 5 साल चुनाव नहीं लडूंगी. वैसे मोदी पर कभी कोई संकट आएगा भी नहीं और अगर संकट आएगा तो मैं अपनी पूरी जान लगा दूंगी.