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उपेक्षा से आहत उमा भारती के फिर कड़े तेवर, मोहन सरकार के इस मंत्री को दी क्या नसीहत

Uma Bharti Target richest minister Kashyap : बीजेपी में अपनी उपेक्षा से नाराज चल रही पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने फिर कड़े तेवर दिखाए हैं. शिवराज सरकार के बाद अब उमा भारती के निशाने पर मोहन सरकार है. मध्यप्रदेश के सबसे धनाड्य मंत्री चेतन कश्यप को उन्होंने नसीहत दी है. साथ ही कहा कि करोड़ों कमाने वाला व्यक्ति अगर सरकारी वेतन भत्ते नहीं लेता तो इसमें खास क्या है.

Uma Bharti advice to richest minister Chetan Kashyap
उपेक्षा से आहत उमा भारती के फिर कड़े तेवर

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 27, 2023, 4:13 PM IST

भोपाल।शिवराज सरकार के बाद अब क्या मोहन सरकार को भी पूर्व सीएम उमा भारती की नसीहतें मिलती रहेंगी. ये सवाल मंत्री बने बीजेपी के सबसे धनी विधायक चेतन कश्यप को लेकर उमा भारती की हिदायत के बाद खड़ा हुआ है. बेहद तल्ख लहज़े में उमा भारती ने मंत्री चेतन कश्यप को लेकर कहा है कि अगर 296 करोड़ की संपत्ति का मालिक वेतन के रुप में मिलने वाले सरकार के 12 लाख छोड़ भी देता है तो इसमें कौन सी बड़ी बात हो गई. उमा भारती ने चेतन कश्यप को नसीहत भी दी है.

गरीब लड़कियों पर करें खर्च :उमाभारती ने समझाइश देते हुए कहा कि कश्यप वेतन वापस करने के बजाए उस राशि को जरूरतमंद लड़कियों की शिक्षा पर खर्च करें. उमा भारती ने नए नवेले मंत्री चेतन कश्यप को लेकर सोशल मीडिया के जरिए ये कहा कि हाल ही में मंत्री बने रतलाम के एक संपन्न जैन व्यवसायी चेतन कश्यप ने अपनी संपत्ति 296 करोड़ घोषित की है.

सभी विधायक अति संपन्न नहीं :उमा ने कहा कि चेतन कश्यप को वेतन व भत्ते की राशि अभावग्रस्त लड़कियों पर खर्च करनी चाहिए. उमा भारती ने चेतन कश्यप के बहाने जनप्रतिनिधियों को हर तरह की सहूलियत दिए जाने का मांग भी उठा दी है. उन्होंने कहा कि हमें ये याद रखना पड़ेगा कि सभी विधायक बड़े व्यवसायी नहीं होते और ना वो राजनीति से अपना व्यवसाय बढ़ाते हैं. एक बार सांसद वरुण गांधी ने कहा था कि सांसदों को वेतन व पेंशन नहीं लेना चाहिए. वरुण गांधी ऐसा कर सकते हैं, क्योंकि वो हज़ारो करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं.

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वर्तमान के हिसाब से तय हो वेतन :उमा भारती ने कहा कि अपना सर्वस्व त्याग कर राजनीति के माध्यम से जनसेवा करने वाले जन प्रतिनिधियों को हर तरह की सहूलियत सरकार से मिलनी चाहिए. उमा भारती ने कहा कि अगर विधायकों और सांसदों को ईमानदारी की राह पर चलना आसान बनाना है तो चेतन कश्यप जैसे पूंजीपति विधायकों को छोड़कर सभी विधायकों का वेतन एवं अन्य भत्ते आज की सभी परिस्थितियों को देखकर मिलने चाहिए.

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