भोपाल। मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षा विभाग गंभीर नजर आ रहा है. इसके लिए यहां के सरकारी शिक्षकों को लखनऊ के IIM में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा.
MP के शासकीय स्कूलों के शिक्षकों का लखनऊ IIM में प्रशिक्षण, शिक्षा की गुणवत्ता सुधारना मकसद - Lucknow IIM
मध्यप्रदेश के शासकीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए यहां के शिक्षकों को उत्तर प्रदेश के लखनऊ भेजा गया है. सरकारी शिक्षकों को IIM में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा.

मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि जो प्रयास सरकार की ओर से किए जा रहे हैं, उससे जरूर शिक्षा का स्तर सुधरेगा और जो मध्यप्रदेश 15वें स्थान पर था, वह जल्द ही अव्वल स्थान पर होगा. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के शासकीय स्कूलों की स्थिति को दुरुस्त करने को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि हमारा शिक्षा विभाग लगातार ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में निरीक्षण के लिए जाता है और वे खुद भी स्कूलों का निरीक्षण करते हैं. निरीक्षण में जो भी कमियां नजर आती हैं, उसे दूर करने की लगातार कोशिश की जा रही है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जहां पर शिक्षक और छात्र अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा कि प्रदेश के शासकीय स्कूलों में कॉपी चेकिंग अभियान की एक नई शुरुआत की गई है, जिससे प्रदेश की शिक्षा गुणवत्ता सुधरेगी. यह पहली बार होगा जब प्रदेश के शासकीय स्कूलों में कॉपी चेक की जाएगी. मंत्री प्रभु राम चौधरी ने यह दावा किया कि मध्य प्रदेश के शासकीय स्कूलों का हाल अब पहले से दुरुस्त है, स्कूलों में फर्क दिखने लगा है. आज से एक साल पहले जो स्कूलों की हालत थी, उसमें काफी सुधार आया है. वहीं उन्होंने कहा कि आगे भी कई सुधार देखने को मिलेंगे.