देश भर में कोरोना वायरस के मामले भले ही तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन देश में कोरोना से ठीक हुए मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. वहीं मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के नए मामले लगातार आ रहे हैं. इंदौर और भोपाल में लगातार संक्रमण के मामले बढ़ भी रहे हैं, लेकिन अन्य राज्यों की तुलना में मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमितों के रिकवरी रेट में लागातार सुधार हो रहा है.
राज्यसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने विधायकों की एक बैठक बुलाई है. दरअसल राजस्थान में हुए घटनाक्रम को देखते हुए बीजेपी ने अपने सभी विधायकों को एकजुट रखने के लिए चुनाव से पहले एक बैठक आयोजित कर रही है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का दावा है कि वह दोनों सीटें जीत रहे हैं.
पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के जबलपुर, रीवा, शहडोल, इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद, भोपाल, सागर, चंबल, ग्वालियर संभाग में बारिश दर्ज की गई. मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 24 घंटों में भी प्रदेश के लगभग सभी जिलों में आंधी तूफान के साथ हल्की बारिश हो सकती है. साथ ही बिजली गिरने की घटनाएं भी होने का अनुमान है. मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून मध्यप्रदेश के इंदौर, होशंगाबाद और जबलपुर संभागों के कुछ हिस्सों में आ चुका है. जिसकी उत्तरी सीमा सूरत, नादूरबार, सिवनी, पेंड्रा रोड, अंबिकापुर, गया, पटना से होकर गुजर रही है, जिसके कारण बारिश होना शुरू हो गया है.
रीवा से आए बुखार के मरीज को जबलपुर के मेट्रो अस्पताल और लाइव मेडिसिटी अस्पताल ने इलाज करने से मना कर दिया. मरीज परेशान होते रहे इन दोनों ही अस्पतालों ने बुखार के मरीज को कोरोना को संदिग्ध मानते हुए इलाज देने से मना कर दिया. बाद में इन मरीजों को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया. जहां इनका इलाज किया जा रहा है. लेकिन जबलपुर कलेक्टर के आदेश पर जबलपुर सीएमएचओ ने इन दोनों अस्पतालों को नोटिस जारी किया है. इस नोटिस में अस्पतालों से इस बात की जानकारी चाही है कि आखिर उन्होंने मरीजों का इलाज करने से मना क्यों किया गया.
- नाबालिग रेप पीड़िता को नहीं मिली अबॉर्शन की अनुमति, बच्चे को गोद लेने के लिए अभिभावक ढूंढेगा प्रशासन
हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने मूकबधिर रेप पीड़िता को गर्भपात की अनुमति नहीं दी है. क्योंकि 30 सप्ताह के गर्भ का अब टर्मिनेशन जानलेवा साबित हो सकता है. कोर्ट ने मुरैना कलेक्टर बाल कल्याण समिति और महिला बाल विकास विभाग को निर्देशित किया है कि वे बच्चे को अपनाने वाले अभिभावकों की तलाश करें और उसकी पूरी प्रक्रिया से कोर्ट को अवगत कराएं.