प्रदेश में कोरोना संकट के बीच कक्षा बारहवीं की परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं. माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा प्रदेशभर में सोशल डिस्टेंसिंग और सभी नियमों का पालन कर इन परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है. लेकिन इसके बावजूद कक्षा बारहवीं का एक प्रश्न सुर्खियों में आ गया है. दरअसल यह प्रश्न कश्मीर से जुड़ा हुआ है जिसे लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आपत्ति दर्ज कराई है. साथ ही सरकार से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है.
सेना के महार रेजीमेंट ट्रेनिंग सेंटर में पदस्थ एक प्रशिक्षु सैनिक की गोली लगने से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है, जहां बताया जा रहा है कि राइफल में कारतूस फंसे होने की वजह से अचानक ट्रिगर दब जाने से प्रशिक्षु सैनिक की मौत हो गई.
कांग्रेस को बागी तेवर दिखाकर बीजेपी ज्वाइन करने वाले मंदसौर के सुवासरा से विधायक रहे हरदीप सिंह डंग का कहना है कि वो मंत्री पद के लिए बीजेपी में नहीं गए हैं. वो अपने इलाके के विकास के लिए बीजेपी में शामिल हुए हैं. उन्होंने कहा कि उनके इलाके में विकास नहीं होने और कार्यकर्ताओं के काम नहीं होने से वो परेशान थे. जिसकी कमलनाथ को भी जानकारी थी.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी सरकार पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया गया है. कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि एक तरफ बीजेपी के नेता मध्य प्रदेश में लगातार राजनीतिक कार्यक्रम कर रहे हैं कोरोना के प्रोटोकाल और गाइडलाइन का मजाक उड़ा रहे हैं उन पर कार्रवाई करने के बजाए इंदौर में शांतिपूर्वक धरने पर बैठे कांग्रेस के विधायकों पर मामला दर्ज किया जा रहा है. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस विधायकों पर इस तरह से प्रकरण दर्ज करने पर कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी. सड़कों पर उतर कर अपना विरोध दर्ज कराएगी.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर सीहोर कलेक्टर की शिकायत की है. पत्र के माध्यम से दिग्विजय सिंह ने सीएम से प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर सीहोर कलेक्टर अजय गुप्ता के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की है. दरअसल कुछ समय पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सीहोर और नसरुल्लागंज के दौरे पर गए थे. इस दौरान किसानों की समस्याओं को लेकर चर्चा करने के लिए कलेक्टर को बुलाया था, लेकिन बुलाने के बावजूद भी सीहोर कलेक्टर वहां पर उपस्थित नहीं हुए थे. इसके अलावा अन्य अधिकारी भी उस समय नदारद थे. जिसे लेकर दिग्विजय सिंह ने अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त की थी .