भोपाल। कोरोना महामारी के कारण देश भर में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच सबसे ज्यादा लोगों को आर्थिक तंगी की मार झेलनी पड़ रही है, जिससे आम आदमी के जीवन में तनाव बढ़ता जा रहा है. इसी तनाव में घुटते-घुटते लोग मानसिक अवसाद यानि की डिप्रेशन का शिकार होते जा रहे हैं. इसी अवसाद का शिकार होकर कई लोगों ने सुसाइड तक कर लिया. जिसे ध्यान में रखते हुए समझा जा सकता है डिप्रेशन इंसान को काफी निराश कर सकता है और तो और जीने की इच्छा तक खत्म देता है. इस मुसीबत की घड़ी से लड़ने और इस दौर मे लोगों को तनाव से बचाने के लिए ETV भारत ने मनोवैज्ञानिक गौरव गिल से खास बातचीत की. जानें कैसे आप इस मुश्किल भरे दौर में मजबूत और रिलेक्स रह सकते हैं.
क्या हैं मानसिक तनाव के लक्षण ?
- नींद में होगा असर
मनोवैज्ञानिक गौरव गिल ने बताया कि जैसे ही कोई शख्स डिप्रेशन में जाना शुरू करता है, सबसे पहले असर उसकी नींद पर दिखने लगता है. ऐसे में वो शख्स या तो ज्यादा सोने लगता है या उसे नींद नहीं आती है.
- मनपसंद काम में नहीं लगता मन
तनाव से ग्रसित शख्स की रुचि धीरे-धीरे उसके मनपसंद कामों से जाने लगती है, जो काम कभी शख्स के लिए बेहद मनोरंजक हुआ करता था, उस काम से ही वो अपना इंटरेस्ट खोने लगता है.
- आत्मग्लानि का आभास
जब शख्स किसी अवसाद का शिकार हो जाता है तो वह धीरे-धीरे घटना के लिए खुद को जिम्मेदार ठहराने लगता है. जिस वजह से वह हर बात को खुद से जोड़ते हुए आत्मग्लानिकरने लगता है.
- लॉस ऑफ एनर्जी
मनोवैज्ञानिक गौरव गिल ने बताया कि अवसाद का शिकार होने के बाद थकावट महसूस होने लगती है. व्यक्ति दिन-भर थका-थका महसूस करेगा.
- सुसाइड के आने लगते हैं ख्याल
कई बार अवसाद से ग्रसित शख्स को सुसाइड का ख्याल आने लगता है. ऐसे में अगर वो आपसे इस बारे में बात करे, तो आपको उसकी बात को गंभीरता से लेना चाहिए. इसके साथ ही कभी-भी किसी के सुसाइड के ख्याल को जज नहीं करना चाहिए.
- अवसाद में शख्स किसी भी बात पर ध्यान नहीं लगा पाता.
- शख्स की भूख पर भी खासा असर पड़ता है, या तो वो कम खाना खाने लगता है या फिर अपनी खुराक से ज्यादा.
- बॉडी मूवमेंट और चलने-फिरने की बजाय शख्स एक कमरे में अकेले ही रहना पसंद करेगा.
तनाव के क्या हो सकते हैं कारण?
- रेग्यूलर नेगेटिव न्यूज
आज के आधुनिक दौर में हर कोई लगातार देश-भर में घट रही हर एक खबर से अपडेट रहता है, लेकिन लगातार नकारात्म खबरों से हमारे मस्तिष्क पर खासा असर पड़ता है. एक समय बाद काफी नेगेटिव सोच होने लगती है और तनाव बढ़ने लगता है.
- आर्थिक तनाव
फिलहाल अभी सब लोग अपने घरों में हैं. हालांकि कुछ लोग अपने घर से काम कर रहे हैं, वहीं बहुत सारे लोग फ्री बैठे हैं, जिस वजह से उन्हें फाइनेंशियल तनाव हो रहा है. इसके साथ ही अभी सब लोग अपने-अपने घरों में कैद हैं, कहीं भी बाहर आना-जाना नहीं हो रहा है. यही वजह है कि लोगों में तनाव बढ़ रहा है.
तनाव का कैसे पड़ता है लाइफस्टाइल पर असर?
- चिड़चिड़ापन