भोपाल। कान्हा नेशनल पार्क का सबसे सक्रिय और अपने अनोखे व्यवहार के कारण पर्यटकों के बीच सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला बाघ मुन्ना अब भोपाल के वन विहार की शान बढ़ाएगा. उम्र ज्यादा हो जाने के कारण अब मुन्ना को कान्हा नेशनल पार्क से भोपाल वन विहार में शिफ्ट कर दिया गया है.
वन विभाग की टीम रख रही नजर
मुन्ना को उसके उग्र व्यवहार के लिए भी जाना जाता है. अगर मुन्ना गुस्से में है, तो उससे खतरनाक बाघ कोई दूसरा नहीं हो सकता. भोपाल लाए जाने के बाद मुन्ना पर वन विभाग की टीम लगातार नजर रख रही है. वह किस तरह का व्यवहार कर रहा है, उसे भी नोट किया जा रहा है. हालांकि अभी उसे सार्वजनिक बाड़े में शिफ्ट नहीं किया जाएगा.
कान्हा टाइगर रिजर्व से हुई विदाई
कान्हा टाइगर रिजर्व का लोकप्रिय बाघ टी-17 उर्फ मुन्ना वन विहार पहुंच गया है. मुन्ना को कान्हा से कान्हा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक एल कृष्णमूर्ति ने सहायक संचालक सुनील सिन्हा, वन्य-प्राणी चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल, रेंज ऑफिसर गौतम और 7 सदस्यों के साथ भोपाल के लिये रवाना किया. लम्बे समय से पर्यटकों का मन मोहने वाले मुन्ना की कान्हा से भावभीनी विदाई हुई.
कान्हा नेशनल पार्क का 'मुन्ना' 16 साल का है मुन्ना
लगभग 16 वर्षीय मुन्ना को सुरक्षा के मद्देनजर कान्हा से वन विहार शिफ्ट किया गया है. वृद्धावस्था के कारण मुन्ना के चारों केनाइन (दांत) घिस चुके हैं और उसे वन्य-प्राणियों का शिकार करने में कठिनाई होती है. कम उम्र के नर बाघों की वर्चस्व लड़ाई से बचने के लिये इसने पिछले 2 साल से अपना क्षेत्र कोर से हटाकर बफर एवं सामान्य वन मण्डल क्षेत्र में कर लिया था.
2 साल में 26 पालतू पशुओं का किया शिकार
आबादी वाले क्षेत्र में पहुंचने से इसने पिछले 2 साल में 26 पालतू पशुओं का शिकार किया. वहीं 2 लोगों को घायल भी किया. गत 18 अक्टूबर को मुन्ना ने ग्राम झांगुल की अमृता को मारकर अपना पेट भरने की कोशिश की थी. पशु, जन और मुन्ना बाघ की सुरक्षा के मद्देनजर उसे रेस्क्यू कर वन विहार पहुंचा दिया गया. सफर के दौरान मुन्ना शांत रहा. उसे वन विहार की क्वारेंटाइन में रखकर देखभाल की जा रही है.