भोपाल। गुरुवार भगवान श्री हरि को समर्पित होता है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस दिन भगवान का विधि विधान के साथ पूजन अर्चन किया तो सुख-समृद्धि की प्राप्ति तय है. सुखों में वृद्धि होती है उच्च शिक्षा, अपार धन और सुखी गृहस्थ जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होता है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, हर व्यक्ति को बृहस्पति देव की पूजा करनी चाहिए. कुछ उपाय भी सुझाए गए हैं जिन्हें अपनाया तो सफलता का मार्ग प्रशस्त होता होता है.
Thursday Tips: गुरु की पूजा से बनते हैं बिगड़े काम
वैदिक ज्योतिष (Vaidik Jyotish) में बृहस्पति ग्रह को 'गुरु' (Guru) कहा जाता है. शायद इसलिए भी कि सभी ग्रहों में सबसे उच्च का स्थान इसे ही प्राप्त है. ज्योतिष में गुरु को ज्ञान का कारक माना जाता है इसके साथ ही ये संतान, धार्मिक कार्य, धन, दान और पुण्य आदि के भी कारक हैं.
गुरुवार को गुरु भक्ति के उपाय
मान्यता है कि बृहस्पति देव की कृपा से मनुष्य निरोगी काया भी पाता है. इसलिए हर व्यक्ति को बृहस्पति देव के उपाय करने चाहिए. कहते हैं कि गुरुवार के दिन पूजा करने से सफलता हासिल होती है.
गुरुवार के दिन करें ये उपाय-
- कहा जाता है कि गुरुवार के दिन पानी में हल्दी डालकर नहाना शुभ होता है.
- इस दिन केले के पेड़ की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
- केले के पेड़ की जड़ में पानी डालना भी उत्तम माना गया है.
- गुरुवार के दिन पीपल के पेड़ के अलावा केले के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए. कहते हैं कि ऐसा करने से सुख-समृद्धि आती है.
- गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण करना शुभ होता है.
- इसके अलावा इस दिन सत्यनारायण भगवान की कथा सुननी चाहिए.
- पीला भोजन करने से घर में बरकत आती है.
- गुरुवार के दिन भगवान बृहस्पति देव का ध्यान लगाकर पीले रंग का धागा कलाई में बांधे.
- महिलाओं को यह धागा बाएं हाथ में बांधना शुभ होता है.
- गुरुवार के दिन हल्दी या चंदन का तिलक जरूर करना चाहिए.
- पीले रंग के वस्त्रों का दान करना भी उत्तम होता है. कहा जाता है कि गुरुवार के दिन भगवान बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए दान करना चाहिए.
- व्रत नियमों के अनुसार इस दिन सू्र्योदय से पहले जाग कर स्नान करके पीले वस्त्र पहनने चाहिए.
- गुरुवार के दिन पीपल की जड़ में जल , चने की दाल और पीले रंग की मिठाई जरूर चढ़ाएं.
- अगर आप इस दिन गुरु देव की पूजा करते हैं तो उसके लिए पूजा में गुरु मंत्रों, विष्णुसहस्त्रनाम और गुरु कवच का पाठ करें.
- सात गुरुवार तक अपने गुरु बृहस्पति की पूजा में चढ़ाई चने की दाल घोड़े को खिलाएं
- इस दिन भगवान को केले चढ़ाएं लेकिन खाएं नहीं.
मंत्र जिनसे होते हैं भगवान प्रसन्न
- ओम ग्रां ग्रीं ग्रों सः गुरुवे नमः
- ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः
- ओम बृहस्पते नमः