भोपाल। राजधानी भोपाल सहित मध्यप्रदेश इस समय ठंड की चपेट में है, लगातार प्रदेश का पारा गिरता जा रहा है. ठंड के मौसम में गर्म कपड़ों की विशेष मांग होती है. राजधानी में इसके लिए कई विशेष गर्म कपड़ों के बाजार लगते हैं और अगर गर्म कपड़ों की बात आती है तो तिब्बती मार्केट के विशेष मांग होती है. लेकिन इस बार इस कोरोना के चलते तिब्बती गर्म कपड़े नहीं खरीद पा रहा है. इस बार लोकल के ही कपड़े ख़रीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है.
शहर के मार्केट में गर्म कपड़ों के बाजार में सजने लगे हैं, लेकिन संक्रमण का असर इस बार भोपाल के गर्म कपड़ों के बाजार पर देखने को मिल रहा है. भोपाल में कई जगह पर गर्म कपड़ों के बाजार नहीं लगे हैं,वहीं अगर बात करें गर्म कपड़ों के लिए मसूर टीटी नगर बाजार है, जहां मार्केट तो खुल चुका है लोगों की सुरक्षा का पूरा ख्याल भी रखा जा रहा है. लेकिन बाजार में रौनक नहीं दिख रही है. बाजार में तिब्बत से आने वाली गर्म कपड़े नदारद है, जिसका असर भोपाल के रहवासियों पर दिख को लग रहा है.
दरअसल कोरोना के चलते इस बार बड़ी संख्या में आने वाले तिब्बती व्यापारी गर्म कपड़ों का माल लेकर भोपाल नहीं पहुंचे हैं. सभी व्यापारी इस अपने गृहप्रदेश हिमाचल में ही रूक हैं हर साल शुरुआत होते ही बड़ी मात्रा मे कई डिजाइनिंग ऊनी कपड़े लेकर भोपाल पहुंचे थे, जिनका भोपाल के रहने वाले लोगों को विशेष इंतजार होता था, लेकिन इस बार एक ही दुकान बाजार में देखने को मिली है.
करीब 130 परिवार लगाते थे दुकान
दुकानदार हर साल हिमाचल सहित तिब्बत से करीब 130 परिवार भोपाल में हर साल सर्दी शुरू होने से पहले पहुंच जाते थे, जो बड़ी संख्या में तरह-तरह के ऊनी कपड़े लेकर पहुंचते थे, लेकिन इस बार एक भी परिवार भोपाल नहीं पहुंचा है. केवल भोपाल के ही रहने वाले एक परिवार ही ऊनी कपड़ों की दुकान भोपाल में लगाई है. वहीं भोपाल प्रशासन द्वारा भी इन सभी तिब्बती परिवारों को दुकान लगाने के लिए जगह दी जाती थी, लेकिन इस बार सभी बाजार खाली पड़े हुए हैं. गर्म कपड़े का व्यापार करने वाले पेरमथुपवांग ने ही केवल एक ही दुकान गरम कपड़े की लगाई है, जिन्होंने ऑर्डर कर हिमाचल प्रदेश से गर्म कपड़े खरीदे है, उनका कहना है की भोपाल में पिछले कई पीढ़ियों से परिवार के लोग रहते आ रहे हैं. जिसके चलते हम भोपाल आ पहुंचे हैं, लेकिन हमारे अन्य साथी कोरोना वायरस होने के चलते रुकने की व्यवस्था नहीं होने और परिवहन की समस्या के चलते भोपाल में सामान बेचने के लिए नहीं पहुंचे हैं.