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कैसे पढ़ें, कैसे बढ़ें, 6 हजार स्कूलों में एक भी टीचर नहीं

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Published : Mar 11, 2021, 7:53 PM IST

मध्यप्रदेश में करीब 6 हजार स्कूल ऐसे हैं, जिनमें टीचर नहीं है. इनमें से करीब 1,500 स्कूल आदिवासी क्षेत्रों के हैं.

School Education Minister Inder Singh Parmar
स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह

भोपाल। सीएम राइज योजना से सरकार भले ही स्कूलों की बेहतर व्यवस्थाओं के दावे कर रही हो, लेकिन मौजूदा स्थिति में स्कूलों की हालत खराब है. प्रदेश के करीब 6 हजार स्कूलों में टीचर ही नहीं हैं. इनमें से करीब 1,500 स्कूल आदिवासी क्षेत्रों के हैं. सरकार दावा कर रही है कि आगामी ट्रांसफर पॉलिसी में सभी स्कूलों में टीचरों की 30 हजार पदों पर जल्द भर्ती की जाएगी. इसके बाद प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था भी बेहतर होगी.

स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह

शिक्षकों के मामले में यह है मौजूदा हालात

मध्यप्रदेश में देखा जाए तो करीब 1 लाख 20 हजार सरकारी स्कूल हैं. इनमें से 83 हजार 890 प्राथमिक स्कूल, 30 हजार 341 माध्यमिक स्कूल, 4 हजार 740 हाई स्कूल और 3,815 हायर सेकेंडरी स्कूल हैं. इन सरकारी स्कूलों में करीब 70 हजार शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं. करीब 6,000 स्कूलों में तो टीचर ही नहीं है, जबकि 6,7000 स्कूल ऐसे हैं, जो सिर्फ एक टीचर के भरोसे चल रहे हैं. करीब 6,000 स्कूलों में प्राचार्य नहीं हैं. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार भी स्वीकार करते हैं कि प्रदेश के कई स्कूलों में टीचर नहीं हैं.

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जल्द होगी शिक्षकों की भर्ती- मंत्री

स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि प्रदेश में जल्द ही 30,000 शिक्षकों की भर्ती की जाएगी. इसके लिए वेरिफिकेशन के निर्देश दिए जा चुके हैं. शिक्षकों की भर्ती के बाद प्रदेश में शिक्षकों की कमी काफी हद तक पूरी हो जाएगी, 2013 के बाद से प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है और न ही पदोन्नति की गई है. अब देखना होगा शिक्षकों की भर्ती और ट्रांसफर के बाद प्रदेश के स्कूलों के हालात कितने बदलते हैं.

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