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आज से शुरू होगा गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन, धर्मगुरुओं ने की घर पर ही प्रतिमा विसर्जन करने की अपील - Immersion of Ganesh idols starts from today

कोरोना संक्रमण के कारण इस साल लोगों ने अपने घर में ही मिट्टी के गणेश रखे हैं, वहीं आज से गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन करने का सिलसिला शुरु होगा. जिसे देखते हुए नगर निगम ने हर वार्ड विशेष काउंटर बनाए हैं. जिससे लोग अपनी प्रतिमा जमाकर देंगे और उन्हें विसर्जित कर दिया जाएगा.

Immersion of Ganesh idols will start from today
आज से शुरू होगा गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन

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Published : Aug 29, 2020, 10:27 AM IST

भोपाल। कोरोना संक्रमण के कारण इस बार सार्वजनिक रूप से गणेश प्रतिमाओं की भव्य मूर्तियां एवं झांकियों की स्थापना नहीं हो पाई है. प्रशासन के निर्देशानुसार इस साल लोगों ने घरों पर ही गणेश प्रतिमाओं की स्थापना कर पूजा अर्चना की है. वहीं अब गणेश विसर्जन का समय नजदीक आ गया है और आज से गणेश प्रतिमाओं को विसर्जन करने का सिलसिला शुरू हो जाएगा. जिसे देखते हुए धर्म गुरुओं ने लोगों से अपील की है कि वह अपने घरों पर ही गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन करें .

महंत चंद्रमा दास ने अपील करते हुए कहा है कि सनातन धर्म में भगवान गणेश की स्थापना का बड़ा महत्व माना गया है. किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले गणेश भगवान की पूजा करने का नियम हजारों वर्षों से चला आ रहा है, भगवान गणेश सभी देवताओं में प्रथम पूजनीय माने गए हैं. उनकी पूजा अर्चना करने से सभी विघ्न समाप्त हो जाते हैं. इसीलिए उन्हें विघ्नहर्ता कहा जाता है, मिट्टी से निर्मित गणेश प्रतिमाओं को घर पर ही विसर्जन किया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि बड़े पात्र में शुद्ध जल भरकर उसमें गंगाजल डालें और पूजन आरती कर विधिवत रूप से घर में ही बप्पा का विसर्जन करें. वहीं प्रतिमा को सीधा जल से भरे पात्र में रखें ताकि वह पूरी तरह से उस पानी में समाहित हो जाए, फिर जल को वृक्षों में प्रवाहित करें. इससे भगवान गणेश की विशेष कृपा हमेशा प्राप्त होती है.

उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं है कि जल स्रोतों में ही प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाए, घर पर किसी बड़े पात्र, गमले या घर में बनी क्यारी में भी प्रतिमाओं का विसर्जन बड़े ही आसानी से किया जा सकता है.

साथ ही उन्होंने कहा कि विसर्जन के बाद प्रतिमा से बची हुई मिट्टी में पौधे आदि भी लगाए जा सकते हैं, अगर गणेश प्रतिमा की मिट्टी में पौधा लगाते हैं तो उस मिट्टी और पौधे की ऊर्जा से घर में भगवान गणेश की कृपा बनी रहेगी और एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा.

कोरोना संक्रमण के चलते इस साल लोगों ने अपने घरों में मिट्टी के गणेश की ही स्थापना की है, अगर लोग अपने घरों में ही गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन करते हैं तो इससे कहीं ना कहीं पर्यावरण को भी फायदा होगा. साथ ही गणपति जी लोगों के घर आंगन में ही रहेंगे. इसके अलावा घर पर प्रतिमा विसर्जन नहीं करने वाले लोग नगर निगम के द्वारा बनाए जा रहे हर वार्ड में प्रतिमा कलेक्शन काउंटर पर जाकर भी अपनी प्रतिमाओं को विसर्जित कर सकते हैं जहां पर पंडित और पुजारी भी मौजूद रहेंगे.

पिछले साल छोटे तालाब स्थित खतलापुरा घाट पर हुए हादसे के बाद इस बार पुलिस और प्रशासन ने सख्त सुरक्षा के इंतजाम किए हैं. खतलापुरा घाट पर डबल बैरिकेडिंग की गई है ताकि कोई भी श्रद्धालु प्रतिमा विसर्जन करने घाट तक नहीं पहुंच पाए. खतलापुरा घाट पर एक कुंड बनाया गया है इस कुंड में ही प्रतिमाओं का विसर्जन नगर निगम की टीम करेगी. प्रशासन ने खतलापुरा घाट पर एक शिफ्ट में 50 से ज्यादा लोगों की ड्यूटी सुरक्षा व्यवस्था में लगाई है.

नगर निगम ने हर वार्ड में गणेश प्रतिमाओं को एकत्रित करने के लिए विशेष काउंटर लगाए हैं. इन काउंटरों से एकत्रित की गई प्रतिमाओं को विधिवत रूप से गाड़ी के माध्यम से खतलापुरा घाट लाया जाएगा और यहां पर पंडितों की उपस्थिति में विधिवत रूप से विसर्जित किया जाएगा. बता दें नगर निगम के प्रतिमा कलेक्शन काउंटर शनिवार सुबह से अनंत चतुर्दशी यानी बुधवार की शाम तक जारी रहेगा.

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