भोपाल। मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस 26 फरवरी को राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारियों के खिलाफ एक दिवसीय प्रदर्शन करेगा. शिक्षक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने बताया कि राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारी लगातार निजी स्कूलों को बढ़ावा देते हुए शासकीय विद्यालयों को समाप्त करने की रणनीति बना रहे हैं. शिक्षक कांग्रेस ने राज्य शिक्षा केंद्र पर आरोप लगाया है कि, राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारी शासकीय विद्यालयों को समाप्त करके निजी विद्यालयों को बढ़ावा देने के षड्यंत्र में शामिल हैं, जिसके खिलाफ शिक्षक कांग्रेस 26 फरवरी को राज्य शिक्षा केंद्र के गेट पर एक दिवसीय प्रदर्शन करेगा.
अधिकारियों के खिलाफ शिक्षक कांग्रेस का हल्लाबोल, लगाया गंभीर आरोप
मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस ने 26 फरवरी को राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन करने का एलान किया है. शिक्षक कांग्रेस का आरोप है कि, राज्य शिक्षा केंद्र के अधिकारी शासकीय विद्यालयों को समाप्त करके निजी विद्यालयों को बढ़ावा देने के षड्यंत्र में शामिल हैं.
संघ के अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी ने बताया कि, राज्य शिक्षा केंद्र ने निजी स्कूलों को बढ़ावा देने के लिए पांचवीं, आठवीं बोर्ड सहित अन्य परीक्षाओं से निजी विद्यालयों को मुक्त रखा है. वहीं 25% छात्रों को निजी विद्यालय में भेजने का दबाव बनाया है. उन्होंने कहा शासकीय स्कूलों के आसपास नियमों के विपरीत निजी शालाएं खोलने की अनुमति दी गई है, जिसके कारण छात्र एवं अभिभावक निजी स्कूल में जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं.
शिक्षक कांग्रेस का आरोप है कि, पूरे वर्ष शासकीय स्कूलों के शिक्षकों को पढ़ाने नहीं दिया जा रहा है. स्कूलों में कोर्स पूरा नहीं हुआ है. इसका दोष राज्य शिक्षा केंद्र की नीतियों एवं आदेशों को जाता है. शिक्षक कांग्रेस के पदाधिकारियों का कहना है कि, शासकीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को पूरे साल अन्य गतिविधियों में ड्यूटी दी जाती है और परीक्षा के परिणामों के समय जब रिजल्ट ठीक नहीं आता तो शिक्षकों को ही सजा दी जाती है.