भोपाल। लॉकडाउन के कारण राजधानी भोपाल के मुस्लिम समाज ने सादगी से ईद मनाने का फैसला लिया तो ये फैसले दर्जियों की जेब पर भारी पड़ गया, जो ट्रेलर रमजान के बाद ईद आने तक अच्छी खासी कमाई कर लेते थे आज वो काम नहीं होने के कारण घर में बैठे हुए हैं.
रेडीमेड और ब्रांडेड कपड़ों के इस दौर में अपनी आजीविका के लिए संघर्षरत दर्जियों के लिए ईद का त्यौहार बहार लेकर आता था लेकिन इस बार की ईद से उनकी उम्मीद फीकी रह गई. सीजन पर दर्जियों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ टूट पड़ती थी रमजान में रोज 18 से 20 घंटे काम कर दर्जी पजामे कुर्ते और पठानी सूट सीते थे. चिराग ट्रेलर के मालिक शेख मोहम्मद मसरूर बताते हैं कि वे ईद के सीजन में 50 से 60 तक वह कमा लेते थे, रात दिन दुकान खुली रहती थी और 20 से 22 घंटे काम करते थे. लेकिन 22 मार्च से घर बैठे हैं और कोई काम नहीं है, अब परिवार को खाने के भी लाले पड़ रहे हैं.