भोपाल।राजधानी के बीएमएचआरसी (BMHRC) में दुष्कर्म के बाद, महिला की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट की गैस पीड़िता के लिए बनाई गई निगरानी समिति ने मामले में संज्ञान लिया है. समिति ने शिकायत करने वाले संगठनों से मामले से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा है.
- शिकायतकर्ता संगठनों ने क्या कहा?
शिकायत करने वाले और गैस पीड़ितों के हक में काम करने वाले संगठनों ने चिट्ठी लिखकर बीएमएचआरसी के प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग की थी. इन संगठनों में से एक संगठन (भोपाल ग्रुप फॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन) की पदाधिकारी रचना ढींगरा ने कहा कि जो भी तथ्य और कागजात उनसे मांगे गए हैं, उन्हें इक्ट्ठा कर दिया गया है. हम कमेटी को सभी दस्तावेज रविवार तक उपलब्ध करा देंगे. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि इस मामले में निष्पक्ष तरीके से जांच हो और जो भी दोषी पाए जाए, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
बीएमएचआरसी में महिला मरीज के साथ दुष्कर्म मामले में मानवाधिकार आयोग ने मांगा जवाब
भोपाल के बीएमएचआरसी में हुए महिला के साथ दुष्कर्म के बाद मौत के मामले में गैस संगठन द्वारा सुप्रीम कोर्ट में गैस पीड़ितों के लिए बनाई गई. निगरानी समिति को पत्र लिखा था, जिसके बाद ही मामले में संज्ञान लिया है. गौरतलब है कि 6 अप्रैल को अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव महिला की दुष्कर्म के बाद मौत हो गई थी. इस घटना का खुलासा करीब एक महीने बाद हुआ था. जब पुलिस ने आरोपी वार्ड बॉय को गिरफ्तार किया था. आरोपी ने चेकअप के नाम पर महिला से ज्यादती की थी, जिसके बाद महिला की तबियत खराब होने के बाद उसकी अगले मौत हो गई थी.
नहीं हो पाई मॉनिटरिंग कमिटी की बैठक
कमेटी के सदस्य पूर्णेन्दु शुक्ला ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि गैस पीड़ितों के 3 संगठनों ने मॉनिटरिंग कमेटी के अध्यक्ष को शिकायत भेजी है. कई मांगे की है और सुझाव दिए हैं. मॉनिटरिंग कमेटी अभी उस पर गौर करेगी जाकर के विजिट और जांच करेगी. अभी अध्यक्ष और मॉनिटरिंग कमिटी की बैठक नहीं हो पाई है. अभी मामले में पुलिस इंक्वायरी कर ही रही है, जो संगठनों ने लेटर भेजा था, उनसे कहा गया है कि कुछ और भी एविडेंस हो तो उन्हें उपलब्ध कराएं जा करके बात करेंगे और देखेंगे अभी डॉक्यूमेंट नहीं मिले है. उनसे और भी अभी डाक्यूमेंट्स लेना है अभी सिर्फ लेटर मिला था जिसे संज्ञान में लिया है.
सभी पहलूओं पर होगी जांच
एविडेंस संगठन से एकत्रित कर पुलिस से पूछेंगे, हमारी कमेटी गैस पीड़ितों के लिए बनी है. हमारी प्राथमिकता यह है कि गैस विक्टिम्स महिला के साथ अपराध हुआ है और इसमें लापरवाही दिख रही, वहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं थे और फीमेल वार्ड में मेल युवक कैसे आ गया. इस तरह की जांच करेंगे. पुलिस के काम में मॉनिटरिंग कमिटी दखल नहीं देगी, हम लोग यह देखेंगे कि गैस विक्टिम के साथ जो घटना हुई है. इसमें प्रबंधन की दृष्टि से क्या खामियां थी कैसे उसे रिफॉर्म किया जा सकता है उन्होंने भी कुछ सुझाव दिए हैं.
हमारे नहीं है विषय
बाकी जो क्राइम हुआ है, बयान हुए या नहीं हुए है यह हम लोगों का विषय नहीं है. अस्पताल प्रबंधन से यह भी पूछेंगे कि इस मामले को परिवार वालों को क्यों नहीं एक महीने तक बताया गया है. मेंबर के नाते मेरा मत है जो अस्पताल प्रबंधन है वह इस मामले को दूसरे मामले से क्लब करके छुपाना चाहता है. हम लोगों का फोकस रहेगा. केस विक्टिम के साथ जो घटना हुई है.