हैदराबाद।हिंदू पंचांग के अनुसारसावन के महीने के बाद भाद्रपद मास (भादो मास) शुरू हो जाता है. हिंदू धर्म में इस माह का बहुत अधिक महत्व होता है. इस माह में दान-पुण्य करना बेहद शुभ माना जाता है. भाद्रपद को भादो भी कहा जाता है. भादो माह पर्व के लिए काफी अहम माना जाता है. भादो में कृष्ण जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी जैसे बड़े पर्व आते हैं. कृष्ण भगवान का जन्म भादो महीने में रोहिणी नक्षत्र के वृष लग्न में हुआ था.
भाद्रपद मास का महत्व
हिंदू शास्त्रों के अनुसार भाद्र मास को कल्याणकारी बताया गया है. भाद्रपद को भद्र परिणाम देने वाला बताया गया है. यह महीना विशेष रूप से व्रत, उपवास, नियम और निष्ठा का पालन करवाता है. भादो महीने में स्नान, दान और व्रत करने वाले लोगों के पापों का नाश होता है. इस माह में भक्ति के साथ-साथ स्नान और दान को विशेष बताया गया है.
भाद्रपद मास के व्रत-त्योहारों की लिस्ट
- कजली तीज: बुधवार, 25 अगस्त
भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष की तृतीया को कजली तीज का पावन पर्व मनाया जाता है. इसको कजरी तीज भी कहा जाता है. कजली तीज का पर्व इस साल बुधवार, 25 अगस्त को मनाया जाएगा.
- श्री कृष्ण जन्माष्टमी: सोमवार, 30 अगस्त
भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. इस साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व सोमवार, 30 अगस्त को मनाया जाएगा.
- अजा एकादशी: शुक्रवार, 3 सितंबर
भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी के नाम से जाना जाता है. अजा एकादशी शुक्रवार, 3 सितंबर को मनाई जाएगी.
- प्रदोष व्रत: शनिवार, 4 सितंबर
भाद्रोपद मास के कृष्ण पक्ष में प्रदोष व्रत शनिवार, 4 सितंबर को मनाया जाएगा. प्रदोष व्रत को शनि प्रदोष व्रत कहा जाता है. त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत रखा जाता है.
- भाद्रपद अमावस्या: मंगलवार, 7 सितंबर
भाद्रपद अमावस्या मंगलवार, 7 सितंबर को मनाई जाएगी. हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत महत्व होता है. इस दिन पितृ संबंधित कार्य किए जाते हैं.
- हरतालिका तीज: गुरुवार, 9 सितंबर