हैदराबाद।गणेश चतुर्थी का त्योहार 10 सितंबर दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा. गणपति पूजन में बहुत से लोग 10 दिन के लिए घर में गणपति बप्पा का आयोजन करते हैं और अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश को धूमधाम के साथ विदाई देकर विसर्जन करते हैं. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस साल चतुर्थी पर विशेष संयोग बन रहा है. 10 सितंबर को दोपहर 12 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे के बीच गणेश स्थापना के लिये अच्छा मुहूर्त है.
शाम 5 बजकर 43 मिनट तक ब्रह्म योग रहेगा. इसके अलावा 9 सितंबर दोपहर 2 बजकर 31 मिनट से शुरू होकर 10 सितंबर दोपहर 12 बजकर 58 मिनट तक सभी कार्यों में सफलता दिलाने वाला रवि योग रहेगा. इसके साथ ही दोपहर 12 बजकर 58 मिनट तक चित्रा नक्षत्र रहेगा.
गणपति स्थापना पूजन का शुभ मुहूर्त
इस बार गणपति पूजन का शुभ मुहूर्त दिन में 12 बजकर 17 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त में शुरू होगा और रात 10 बजे तक पूजन का शुभ समय रहेगा. पूजा के समय 'ॐ गं गणपतये नमः:' मंत्र का जप करते हुए गणपतिजी को जल, फूल, अक्षत, चंदन और धूप-दीप एवं फल नैवेद्य अर्पित करें. प्रसाद के रूप में गणेशजी को उनके अति प्रिय मोदक का भोग जरूर लगाएं. इसके अलावा गणेश चतुर्थी के दिन 11 बजकर 09 मिनट से 10 बजकर 59 मिनट तक पाताल निवासिनी भद्रा रहेगी. शास्त्रों के अनुसार, पाताल निवासिनी भद्रा का योग शुभ माना जाता है.
सुबह का मुहूर्त: 7:39 से लेकर दोपहर 12:14 तक
दिन का मुहूर्त:दोपहर 1:46 से लेकर 3:18 तक
शाम का मुहूर्त: शाम 6:21 से लेकर 10:46 तक
भगवान गणेश की प्रतिम स्थापना की विधि
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों ने निवृत्त होकर स्नान करे लें. गणपति का स्मरण करते हुए पूजा की पूरी तैयारी कर लें. इस दिन लाल रंग के वस्त्र धारण करें. एक कोरे कलश में जल भरकर उसमें सुपारी डालें और उसे कोरे कपड़े से बांधना चाहिए. इसके बाद सही दिशा में चौकी स्थापित करके उसमें लाल रंग का कपड़ा बिछा दें. स्थापना से पहले गणपति को पंचामृत से स्नान कराएं. इसके बाद गंगाजल से स्नान कराकर चौकी में जयकारे लगाते हुए स्थापित करें. इसके साथ रिद्धि-सिद्धि के रूप में प्रतिमा के दोनों ओर एक-एक सुपारी भी रख दें.
आज से ETV Bharat Madhya Pradesh पर देखिए गणेश उत्सव की स्पेशल कवरेज