भोपाल। ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला है. मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए बनाए जा रहे शॉवर सेनिटाइजर टनल पर रोक लगा दी है. डब्ल्यूएचओ ने इसमें उपयोग किए जा रहे केमिकल्स को मानव जीवन के लिए खतरनाक बताया था जिसके बाद ईटीवी भारत ने इस मुद्दे को उठाया था.
ईटीवी भारत की खबर का असर, मध्यप्रदेश में नहीं लगाए जाएंगे शॉवर सेनिटाइजेशन टनल - who guidelines
कोरोना वायरस से बचाव के लिए भारी मात्रा में बनाए जा रहे शॉवर सेनिटाइजेशन टनल पर मध्यप्रदेश सरकार ने WHO की गाइडलाइन के बाद रोक लगा दी गई है. इसमें उपयोग किए जा रहे केमिकल्स मानव जीवन के लिए हानिकारक थे.
दरअसल राजधानी भोपाल के सरकारी दफ्तरों और कई स्थानों पर इस तरह के शॉवर सेनिटाइजेशन टनल बनाए जा रहे थे. इस मामले में डब्ल्यूएचओ ने एडवाइजरी जारी की थी, जिस पर तमिलनाडु और बिहार सरकार ने कार्रवाई करते हुए रोक लगा दी थी. लेकिन मध्यप्रदेश में इस तरह की कोई रोक नहीं लगाई गई थी और लगातार शॉवर सेनिटाइजेशन टनल की संख्या बढ़ती जा रही थी.
ईटीवी भारत ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था जिस पर आरटीआई और सोशल एक्टिविस्ट अजय दुबे का कहना है कि मध्यप्रदेश सरकार का यह निर्णय कि जो कलेक्ट्रेट और एसपी ऑफिस और अन्य सरकारी कार्यालयों के बाहर सेनिटाइजेशन के लिए टनल बनाई गई थी, उसको हटाया जाएगा. इस फैसले की तारीफ करते हैं. 3 अप्रैल को भोपाल में कलेक्टर कार्यालय और स्मार्ट सिटी ऑफिस में टनल बनाए गए थे. इस मुद्दे पर विरोध करते हुए शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसके बाद सरकार ने इस निर्णय को वापस लिया.