भोपाल। मध्यप्रदेश में घर-घर में स्कूल की घंटी 6 जुलाई 2020 से सुनाई देगी. बच्चे पढेंगे, योग करेंगे, लिखेंगे और कहानियं भी सुनेंगे और उन पर नोट्स तैयार करेंगे. कोरोना संकट काल में विद्यार्थियों की शैक्षिक नियमितता बनाए रखने के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र ने ''हमारा घर-हमारा विद्यालय'' योजना तैयार की है, जिसमें बच्चों को घर पर ही स्कूली वातावरण में पढ़ाया जाएगा.
प्रमुख सचिव ने किया ''हमारा घर-हमारा विद्यालय'' का शुभारंभ राज्य शिक्षा केन्द्र आयुक्त लोकेश कुमार जाटव ने बताया कि, ''हमारा घर-हमारा विद्यालय'' योजना प्रदेश के कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए बनाई गई है. विद्यार्थी अब अपने घर पर ही विद्यालय के वातावरण में पढ़ाई कर सकेंगे. घर के स्कूल में सुबह 10 बजे पालक द्वारा घण्टी-थाली बजाकर स्कूल प्रारम्भ किया जाएगा, इसी प्रकार दोपहर एक बजे घण्टी-थाली बजाकर अवकाश किया जाएगा. इससे बच्चों को घर में ही विद्यालय का आभास होगा.
राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा एक सुझावात्मक समय-सारणी भी पालकों और विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जा रही है, जिसके अनुसार सोमवार से शुक्रवार प्रात 10 से दोपहर एक बजे तक विषयानुरुप अध्ययन होगा और शनिवार को मस्ती की पाठशाला के तहत मनोरंजनात्मक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी. वहीं शाम को 2 घंटे विद्यार्थी अपने पारिवारिक बड़े-बुजुर्गों से कहानियां सुनकर उन पर नोट्स तैयार करेंगे और योग के साथ ही खेलकूद की गतिविधियों का आयोजन अपने घर पर ही करेंगे. राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा इस संबंध में अनेक पारंपरिक गतिविधियों के सुझाव भी दिए गए हैं.
व्हाट्सएप के माध्यम से डिजिलेप-यानी डिजिटल लर्निंग इन्हांसमेंट प्रोग्राम, रेडियो के माध्यम से रेडियो स्कूल, दूरदर्शन मध्यप्रदेश पर क्लास रूम का प्रसारण, पिछले साल की दक्षता उन्नयन वर्कबुक का ग्रीन जोन में वितरण तथा शिक्षकों द्वारा बच्चों को दैनिक आधार पर फोन से संपर्क करना और उनकी पढ़ाई में सहायता करना आदि प्रमुख हैं. इसी कड़ी में अब ''हमारा घर हमारा विद्यालय'' कार्यक्रम प्रारंभ किया जा रहा है.