नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस से ठीक पहले स्पेशल सेल को बड़ी कामयाबी मिली है. राजधानी में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हथियारों की तस्करी करने वाले एक बदमाश को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसके पास से 35 सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल और 60 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. गाड़ी के दरवाजों में बनी खुफिया जगह में उसने 16 पिस्तौल को छुपा रखा था. वहीं अन्य 19 पिस्तौल गाड़ी की स्टेपनी से बरामद हुई है. पुलिस उससे पूरे नेटवर्क को लेकर पूछताछ कर रही है. आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश निवासी आशीष पांडे के रूप में की गई है. इस बाबत उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट की नई धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है.
डीसीपी संजीव यादव के अनुसार हथियारों की तस्करी करने वाले बदमाशों को लेकर स्पेशल सेल की टीम लगातार काम कर रही थी. इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि यूपी का रहने वाला आशीष दिल्ली में हथियार की खेप पहुंचाने के लिए आएगा. इस जानकारी पर स्पेशल सेल की टीम ने छापा मारकर उसे पकड़ लिया.
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डीसीपी संजीव यादव के अनुसार गणतंत्र दिवस को ध्यान में रखते हुए स्पेशल सेल की टीम ऐसे हथियार तस्करों के बारे में जानकारी जुटा रही थी जो दिल्ली एनसीआर में हथियार सप्लाई करते हैं. हाल ही में स्पेशल सेल की टीम को सूचना मिली कि कुछ बदमाश मध्य प्रदेश के खरगोन, बड़वानी और बुरहानपुर से हथियार लाकर उसे दिल्ली एनसीआर के बदमाशों को दे रहे हैं. स्पेशल सेल के सब इंस्पेक्टर प्रवीण राठी को सूचना मिली कि इलाहाबाद का रहने वाला आशीष पांडे अवैध हथियार एक कार में छिपाकर दिल्ली आ रहा है.
खुफिया केबिन से मिले 16 पिस्तौल पीतमपुरा से गिरफ्तार हुआ आरोपी
इस जानकारी पर एसीपी जसबीर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक और कुलदीप कुमार की टीम ने सुबह के समय पीतमपुरा इलाके में जाल बिछाया. यहां कुछ देर बाद जब आशीष पांडे कार लेकर पहुंचा तो पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया. तलाशी में उसकी गाड़ी में दरवाजे के अंदर एवं स्टेपनी से 35 सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल और 60 जिंदा कारतूस बरामद हुए. उसने कार के सभी दरवाजों में खुफिया जगह के अंदर चार-चार पिस्तौल छिपा रखी थी. वहीं स्टेपनी के अंदर से 19 पिस्तौल एवं कारतूस को छुपा कर रखा गया था.
दो साल से कर रहा था हथियारों की तस्करी
इसे लेकर स्पेशल सेल में मामला भी दर्ज किया गया है. पूछताछ के दौरान आशीष पांडे ने पुलिस को बताया कि वह बीते दो साल से अवैध तरीके से हथियार सप्लाई कर रहा है. वह मध्यप्रदेश के बड़वानी निवासी प्रहलाद से हथियार लाकर उसे यहां बेचता है. आशीष कानपुर से ग्रेजुएट है. जल्दी रुपए कमाने की चाहत में वह अवैध हथियार की तस्करी करने लगा. वह दिल्ली, यूपी और हरियाणा के बदमाशों को यह हथियार सप्लाई कर रहा था. इसके लिए उसने अपनी गाड़ी में खुफिया जगह बना रखी थी.