भोपाल। पीसीसी चीफ को लेकर एक बार फिर प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है. एमपी कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ में अब नया नाम पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव का सामने आया है. दिल्ली में अरुण यादव ने बीते दिन पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. इस दौरान प्रदेश संगठन और सरकार पर अपना पक्ष सोनिया गांधी के समक्ष रखा.
'अरुण यादव से सोनिया गांधी की मुलाकात सामान्य' अरुण यादव प्रदेश अध्यक्ष पद का दायित्व पहले भी निभा चुके हैं. इसी को देखते हुए सोनिया गांधी ने उन्हें दिल्ली तलब किया था. मंगलवार को काफी देर सोनिया गांधी से मुलाकात हुई है. इस दौरान मध्य प्रदेश की राजनीतिक विषय पर भी चर्चा हुई है. माना जा रहा है कि अब जल्द ही एमपी कांग्रेस को जल्द ही नया अध्यक्ष मिल सकता है.
सोनिया गांधी और अरुण यादव की मुलाकात उन बड़े नेताओं के अरमानों पर पानी फेर सकती है, जो प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने के सपने सजाए बैठे थे. हालांकि पार्टी की ओर से इस मुलाकात को औपचारिक मीटिंग के तौर पर बताया जा रहा है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि अरुण यादव ने सोनिया गांधी से मुलाकात की है.
इस दौरान प्रदेश की राजनीति और सरकार के किए जा रहे कामों को लेकर चर्चा हुई है. अजय सिंह यादव का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का अपने नेताओं से इस तरह से मुलाकात करना मध्य प्रदेश की जनता के लिए भी हितकारी साबित होगा और कांग्रेस के संगठन के लिए भी यह काफी फायदेमंद साबित होगा .
ये दिग्गज भी दौड़ में शामिल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ में कई दिग्गज नेता शामिल हैं, जिनमें सबसे ज्यादा चर्चा ज्योतिरादित्य सिंधिया की है. सिंधिया के समर्थक मंत्री और नेता बार-बार उन्हें पीसीसी चीफ बनाने की मांग अलग-अलग मंच पर उठा चुके हैं. सिंधिया के अलावा गृहमंत्री बाला बच्चन का नाम भी चर्चा में है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का नाम भी आगे आया था.