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इस लापरवही का कौन जिम्मेदार ? जनकल्याण गृह निर्माण सोसायटी में नक्शे में दिखाई गई सड़क बेच डाला, जांच के आदेश

भोपाल के कोलार स्थित श्रीराम जनकल्याण गृह निर्माण सोसायटी में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. जहां सोसायटी संचालक पर आरोप है कि उसने टाउन एंड कंट्री प्लानिंग द्वारा अप्रूव सड़क पर ही प्लॉट काटकर बेच दिए. मामले की सहकारिता विभाग और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अधिकारी जांच कर रहे हैं.

Housing SocCase of disturbance in housing societyiety
हाउसिंग सोसाइटी में गड़बड़ी का मामला

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Published : Nov 20, 2020, 6:44 AM IST

भोपाल।मध्यप्रदेश में हाउसिंग सोसायटी के खिलाफ सरकार की मुहिम भले की ठंडी पड़ गई हो,लेकिन गृह निर्माण सोसायटी में की गड़बड़ियां लगातार सामने आ रही हैं. ताजा मामला भोपाल के कोलार स्थित श्रीराम जनकल्याण गृह निर्माण सोसायटी का सामने आया है. जहां सोसायटी संचालक पर आरोप है कि उसने टाउन एंड कंट्री प्लानिंग द्वारा अप्रूव सड़क पर ही प्लॉट काटकर बेच दिए. मामले की सहकारिता विभाग और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अधिकारी जांच कर रहे हैं.

इस लापरवही का कौन जिम्मेदार ?

क्या है पूरा मामला ?
राजधानी की कोलार स्थित श्रीराम जनकल्याण गृह निर्माण सहकारी संस्था का टाउन एंड कंट्री प्लानिंग द्वारा 1993 में नक्शे का अनुमोदन किया गया था. अनुमोदित नक्शे में कॉलोनी की एक सड़क को प्रदर्शित किया गया है. हाउसिंग सोसाइटी के कर्ताधर्ताओं ने टीएनसीपी के नक्शे में छेड़खानी की, और सड़क पर ही प्लॉट काटकर बेच दिए. बताया जा रहा है कि सोसायटी संचालक की इस गड़बड़ी में नगर निगम के कर्मचारियों की मिलीभगत है. अनुमोदित नक्शे में संशोधन का अधिकार सिर्फ टाउन एंड कंट्री प्लानिंग को ही है, जबकि टीएनसीपी ने 1993 के बाद से कभी इसमें संशोधन नहीं किया है.

सोसाइटी का 17 सालों से नहीं हुआ ऑडिट
श्रीराम जनकल्याण हाउसिंग सोसायटी का हर साल सहकारिता विभाग द्वारा ऑडिट किया जाता है, लेकिन श्रीराम जनकल्याण हाउसिंग सोसायटी का पिछले 17 सालों से ऑडिट नहीं कराया गया. सहकारिता विभाग के अधिकारियों के मुताबिक पिछले साल सोसायटी द्वारा ऑडिट के लिए फाइल सबमिट की थी, लेकिन पिछले सालों के ऑडिट पेंडिग होने वजह से इसका ऑडिट नहीं किया जा सका. इसकी आड़ में हाउसिंग सोसायटी द्वारा गड़बड़ियां की जाती रही और सहकारिता विभाग इससे अंजान बना रहा. उधर सहकारिता विभाग के उपायुक्त विनोद कुमार सिंह के मुताबिक मामले की शिकायत आई है, और अब इसकी जांच की जा रही है.

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