भोपाल।मंत्रिमंडल विस्तार के बाद एक बार फिर विधानसभा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ल के हाथ मायूसी लगी. केदार शुक्ला का कहना है कि उन्हें पार्टी और सरकार से उम्मीद थी लेकिन एक पद पर एक व्यक्ति की ही नियुक्ति हो सकती है. वहीं मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन को लेकर शुक्ल का कहना है उन्होंने विचार की बात कही थी और विचार हो गया.
केदार शुक्ला को अभी भी कैबिनेट की आस
विंध्य क्षेत्र से विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए पार्टी ने गिरीश गौतम को नॉमिनेट किया है. इस रेस में शामिल चार बार से सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ल भी शामिल थे, लेकिन एक पद होने के चलते उन्हें मौका नहीं मिला. ईटीवी भारत से खास बातचीत में केदारनाथ शुक्ल ने बताया कि 'जनता और विंध्य क्षेत्र को उम्मीद थी कि मंत्रिमंडल के बाद अब विधानसभा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के पद पर कहीं ना कहीं क्षेत्र का प्रतिनिधित्व दिखाई देगा, लेकिन एक ही पद भरा जा सकता है इसलिए हमारे साथी गिरीश गौतम को अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार बनाया है, मैं उन्हें बधाई देता हूं'. तो वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के बाद केदार शुक्ला थोड़े आश्वस्त जरूर नजर आ रहे हैं. शुक्ला का कहना है कि रीवा संभाग से अभी भी कोई कैबिनेट में नहीं है सिर्फ एक राज्य मंत्री बनाया गए है, ऐसे में उम्मीद है कि आने वाले समय में सरकार रीवा को लेकर फिर से विचार करेगी.
गिरीश गौतम विधानसभा अध्यक्ष उम्मीदवार
दरअसल मत्रिमंडल विस्तार के दौरान भी विन्ध क्षेत्र के नेताओं ने मांग उठाई थी कि सरकार में सबसे ज्यादा योगदान विन्ध क्षेत्र के लोगों का है. विधायकों की संख्या भी ज्यादा है ऐसे में कहीं न कही विन्ध को और ज्यादा प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए. उसके बाद ही यह माना जा रहा था कि विधानसभा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद पर पार्टी विन्ध से किसी विधायक को नॉमिनेट करेगा और इस रेस में शामिल केदारनाथ शुक्ल और गिरीश गौतम में से गिरीश गौतम को पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर उम्मीदवार बनाया है.