भोपाल। कोरोना महामारी से लड़ने के लिए मध्य प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इन प्रयासों के तहत सीएम चौहान ने ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए बैठक की. बैठक में ऑक्सीजन लाने से लेकर उसकी सप्लाई तक रणनीति बनाई. इस दौरान राउरकेला, बोकारो, विशाखापत्तनम से और अधिक ऑक्सीजन लाने पर चर्चा की. सीएम शिवराज ने ऑक्सीजन के ट्रांसपोर्टेशन के लिए नितिन गड़करी, पीयूष गोयल से चर्चा की. बैठक में सीएम शिवराज ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार मध्य प्रदेश के ऑक्सीजन कंसंट्रेटर रोकने को लेकर दवाब बना रही है.
- महाराष्ट्र सरकार रोक रही कंसंट्रेटर
शिवराज ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार मध्य प्रदेश के ऑक्सीजन कंसंट्रेटर रोकने को लेकर दवाब बना रही है. मध्य प्रदेश ने पहले कंसंट्रेटर के आर्डर दिए थे. अब उन्हें न भेजने के लिए महाराष्ट्र सरकार निर्माता कंपनियों पर दवाब बना रही है. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर 2 हजार आ चुके है. अब 650 कंसंट्रेटर और आएंगे. 1300 कंसंट्रेटर जिला स्तर पर कलेक्टर ने और खरीदे है.
- ऑक्सीजन की उपलब्धता
- केंद्र सरकार से 20 अप्रैल तक 445 मीट्रिक टन ऑक्सीजन
- 25 अप्रैल तक 565 मीट्रिक टन ऑक्सीजन
- 30 अप्रैल तक 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त होगी
- स्थानीय तौर पर व्यवस्था कर जिलों में 1 हजार 293 आक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स लगाए जा चुके हैं.
- ऑक्सीजन की इतनी मात्रा अप्रैल अंत तक अनुमानित मरीजों के लिए पर्याप्त होगी.
- शनिवार को हमें 350 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली है. जबकि खपत 335 मीट्रिक टन हुई.
- ऑक्सीजन की सप्लाई अब प्रदेश में तेजी से सामान्य हो रही है.
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