शिवराज की कास्ट डिप्लोमेसी, चुनाव से पहले ब्राह्मणों को कई सौगातें, परशुराम जयंती पर सरकारी छुट्टी
ब्राह्मण समाज के सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परशुराम जयंती की पर सरकारी छुट्टी की घोषणा की. ब्राह्मणों को मनाने की कोशिस में जुटे शिवराज ने पुजारियों के लिए ₹5000 प्रतिमाह और संस्कृत के छात्रों के लिए भी छात्रवृत्ति की घोषणा की है.
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Published : Jun 4, 2023, 8:30 PM IST
शिवराज की कास्ट डिप्लोमेसी
भोपाल।एमपी में चुनाव पास में है तो सत्ता तक पहुंचने के लिए समाजों को साधने की कवायद जोरों से जारी है. बीते महीनों में एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान विभिन्न जातियों के सामाजिक सम्मेलनों में जा चुके हैं उनकी मांगे भी मानी है समाजों के बोर्ड के गठन की घोषणा भी की है. इसी कड़ी में एमपी के सीएम शिवराज रविवार को किरार समाज के सम्मेलन के साथ-साथ उस ब्राह्मण समाज के सम्मेलन में भी पहुंचे जिसक नाराजगी का झटका पिछले चुनाव में भाजपा को जोर से लगा था. बीते 3 महीने में शिवराज सिंह चौहान अब तक अलग-अलग कई समाजों के बोर्ड की घोषणा कर चुके हैं. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हुए कार्यक्रम की दो अलग-अलग तस्वीरें जरूर है पर मकसद एक है, 5 महीने बाद होने वाले चुनाव में इन कार्यक्रमों में जुटी भीड़ के जरिए सत्ता के सिंहासन तक पहुंचना इसी के चलते समाज के कार्यक्रमों में ऐसी घोषणा की जाती है. जो प्रदेश भर में समाज के लोगों तक पहुंचे और उनकी सोच को वोटों में तब्दील करें.
चुनाव से पहले ब्राह्मणों को कई सौगातें
ब्राह्मण समाज के सम्मेलन में सीएम की घोषणा:ब्राह्मण समाज के महाकुंभ में पहुंचे शिवराज ने उनकी मांगों पर सहमति दर्ज कराई, जिसमें ब्राह्मण आयोग के गठन और अध्यक्ष सहमति से बनाया जाएगा. संस्कृत विद्यालय के छात्रों को 8 हजार रुपए व 10 रुपए की राशि, पुजारियों को ₹5000 प्रति माह, परशुराम जयंती पर सरकारी छुट्टी, छात्रावास के लिए जमीन, मेधावी विद्यार्थियों की मेडिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई फ्री में, बीच में ये व्यवस्था हो गई थी कि मंदिर की जमीन कलेक्टर नीलाम करेगा सरकार ने यह भी फैसला किया है कि मंदिर की कोई जमीन कलेक्टर नीलाम नहीं करेगा पुजारी ही नीलाम करेंगे.
चुनाव से पहले ब्राह्मणों को कई सौगातें
मध्यप्रदेश में जातिगत समीकरण
मध्यप्रदेश में जातिगत समीकरण
लव जिहाद का मुद्दा भी गूंजा: ब्राह्मण महाकुंभ में लव जिहाद का मुद्दा भी गूंजा. द्वारकापीठ के शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने कहा लव जिहाद जैसे षड्यंत्र हमारे समाज में हो रहे हैं. विधायक रामेश्वर शर्मा बोले कि हिन्दू की बेटी अब केवल राम श्याम के घर ही जाएगी न कि अकबर, हिमायु के वंश के घर जाएगी. पहले देश मे तिलक मिटाकर राजनीति होती थी अब तिलक लगाकर राजनीति होती है. महाकुंभ में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि लव जिहाद के खिलाफ ब्राह्मणों को भी एकजुट होने की जरूरत है. इधर शिवराज ने भी अपने उद्बोधन में इस बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में लव तो होगा लेकिन जिहाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
किरार समाज के आयोग: शिवराज सिंह चौहान ब्राह्मणों के महाहुंकार सभा से पहले अखिल भारतीय किरार धाकड़ नागर मानव समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. शिवराज सिंह चौहान खुद किरार समाज से आते हैं राष्ट्रीय संरक्षक हैं उनकी पत्नी साधना सिंह किरार समाज की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. माना जाता है मध्यप्रदेश में किरार समाज 230 में से कम से कम 30 सीटों पर प्रभाव डालता है. जाहिर है जब ऐसे जातिगत सम्मेलन होते हैं समाज को साधने के लिए सरकार द्वारा घोषणा होती हैं तो समाज के लोगों के सरकार के समर्थन में भी दिखाई देते हैं यहां भी शिवराज ने समाज के लिए आयोग गठन की बात कही.
ब्राह्मणों को मनाने की कोशिस: मध्यप्रदेश में ग्वालियर चंबल के अलावा विंध्य के रीवा सतना सीधी, बुंदेलखंड के छतरपुर, दमोह, सागर, टीकमगढ़, मध्य में भोपाल होशंगाबाद महाकौशल में जबलपुर, नरसिंहपुर जिलों में ब्राह्मणों का खासा प्रभाव है. ऐसे में ग्वालियर चंबल में शिवराज के इस बयान का खासा असर भी पड़ा. ग्वालियर चंबल की 31 में से भाजपा 14 सीटों पर रह गई. कांग्रेस को 16 अन्य को एक मिली. जिसके चलते भाजपा को सत्ता गंवानी पड़ी लिहाज दो महीनों में शिवराज ब्राह्मणों के 3 कार्यक्रमों में पहुंचे और घोषणाएं भी की. महज डेढ़ महीने में दो बार सीएम शिवराज सिंह चौहान ब्राह्मणों की सभा में पहुंचे हैं जिसकी नाराजगी की हुंकार ने भाजपा के हाथों से 2018 में सत्ता छीन ली थी.